Republic Day पर नक्सली दे सकते हैं बड़ी वारदात को अंजाम ! बिहार के इन जिलों में अलर्ट जारी

Republic Day 2021 : गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिहार के इन जिलें में नक्सली हमले की आशंका को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. सीतामढ़ी जिलाधिकारी ने इसको लेकर जिले के सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ को सुरक्षा के मद्देनजर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. सुरक्षा को लेकर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों, खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र व भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2021 3:28 PM

Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिहार के इन जिलें में नक्सली हमले की आशंका को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. सीतामढ़ी जिलाधिकारी ने इसको लेकर जिले के सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ को सुरक्षा के मद्देनजर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. सुरक्षा को लेकर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों, खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र व भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया गया है.

गणतंत्र दिवस को लेकर रेलवे को भी हाइ अलर्ट पर रखा गया है. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) मुख्य सुरक्षा आयुक्त के अलावा रेलवे पुलिस अधीक्षक की ओर से भी पत्र जारी किया गया है. इसके मुताबिक रेलवे क्षेत्र में ट्रैक की चेकिंग के साथ-साथ रेलवे प्लेटफॉर्म, यात्री शेड व यात्री वेटिंग रूम की भी सघन जांच करनी है. हालांकि पिछले कुछ वर्षों से सीतामढ़ी जिले में नक्सलियों का प्रभाव शून्य रहा है, बावजूद नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस टीम विशेष नजर रख रही है.

भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के अधिकारियों व जवानों को भी सीमा क्षेत्र में बीओपी पर पैनी नजर रखकर चेकिंग को व्यापक करने की बात कही गयी है. मालूम हो कि पिछले दिनों राज्य पुलिस मुख्यालय विशेष शाखा के पुलिस अधीक्षक(बी) ने जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक को भी सुरक्षा को लेकर पत्र भेजा है. जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि भाकपा माओवादी सहित अन्य वामपंथी नक्सली संगठनों द्वारा हमेशा से गणतंत्र दिवस का विरोध किया गया है.

इस दौरान नक्सलियों द्वारा अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में अवस्थित विद्यालयों, पंचायत भवनों, सामुदायिक भवनों, सरकारी कार्यालयों, प्रतिष्ठानों, जेल, मोबाइल टावरों, चौक-चौराहों, बिजली के पोल आदि पर काला झंडा टांगने व फहराने के साथ-साथ पुलिस, अर्धसैनिक बलों, थाना, पिकेट, ओपी, बेस कैंपों, रेल, पुलिस लाइन, विकास कार्य (विशेषकर सड़क, पुल व पुलिया से जुड़े) ठेकेदारों के बेस कैंप एवं बेस कैंप के सुरक्षाकर्मी, गश्ती पुलिस दल, छापेमारी करने हेतु गयी पुलिस दल आदि पर हमला कर हिंसक घटना किये जाने की संभावना बनी रहती है.

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Posted By : Avinish kumar Mishra

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