पहली बार बंगाल में हुई भागलपुर के तिरंगे की डिमांड, झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में भेजे गये सिल्क के झंडे
जिले में गणतंत्र दिवस की तैयारी जोरों पर है. भागलपुर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ के विभिन्न स्टॉलों से आशा से अधिक आठ लाख का कारोबार हो चुका है.
भागलपुर. जिले में गणतंत्र दिवस की तैयारी जोरों पर है. भागलपुर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ के विभिन्न स्टॉलों से आशा से अधिक आठ लाख का कारोबार हो चुका है.
पहली बार पश्चिम बंगाल के दो स्थानों से 36 हजार के तिरंगे झंडे की डिमांड हुई, तो सहरसा व भोजपुर के डीएम कार्यालय से झंडे मंगाये गये, जो कि भागलपुर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ के लिए खुशखबरी है.
संघ के प्रबंधक मायाकांत झा ने बताया कि भागलपुर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ की ओर से लोकल फॉर वोकल के तहत अपने उत्पादों को बढ़ावा दिया. साथ ही व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार किया. इससे पिछले कई वर्षाें बाद डिमांड बढ़ गयी.
इतना ही नहीं बंगाल, झारखंड समेत प्रदेश के विभिन्न सुदूर जिलों के डीएम कार्यालय से ऑर्डर आया. उन्होंने बताया कि बंगाल के दो स्थानों क्रमश: 16 व 20 हजार के झंडे का आॅर्डर मिला था, जिसे पूरा कर दिया गया.
इस बार पटना गांधी मैदान, सहरसा, भोजपुर, कटिहार, मुंगेर, बांका आदि के डीएम कार्यालय समेत झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में सिल्क के झंडे भेजे जा चुके हैं. केवल सरकारी कार्यालयों के लिए दो लाख रुपये का झंडा भेजा गया. इस बार 10 लाख से अधिक का कारोबार होगा.
विभिन्न जिलों में झंडों की मांग बढ़ी
उन्होंने बताया कि पटना के गांधी मैदान के लिए छह-नौ फीट का तिरंगा मंगाया गया. 8000 रुपये के सिल्क का तिरंगा इस बार पटना में लहरायेगा. प्रदेश के विभिन्न स्थानों में लाखों के झंडे की बिक्री हुई, जबकि तीन से चार लाख के कुरता-पाजामा, तिरंगा साड़ी, कार फ्लेग, गांधी टोपी आदि की बिक्री हुई.
Posted by Ashish Jha