Republic Day 2025: देश की राजधानी दिल्ली में इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में बिहार की झांकी आकर्षण का केंद्र बनी रहेगी. इस झांकी में राज्य की समृद्ध ज्ञान और शांति की परंपरा को प्रदर्शित किया गया है. जिसमें नालंदा की प्राचीन विरासत और उसके संरक्षण के प्रयासों को दर्शाया गया है. झांकी में भगवान बुद्ध की मूर्ति के साथ घोड़ा कटोरा झील को इको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित करने के प्रयासों को भी दर्शाया गया है. इसके अलावा, झांकी में शामिल बोधिवृक्ष इस बात का संदेश दे रहा है कि इसी धरती से ज्ञान का प्रकाश संपूर्ण विश्व में फैला है.
प्राचीन और समृद्ध विरासत को उकेरेगी बिहार की झांकी
बिहार सरकार के प्रयासों से नालंदा का प्राचीन गौरव पुनः स्थापित हो रहा है, जिसमें प्राचीन नालंदा महाविहार के भग्नावशेषों को भी दर्शाया गया है. यह झांकी बिहार की प्राचीन और समृद्ध विरासत को भित्ति चित्रों के माध्यम से भी उकेरती है. इस अवसर पर, राजगीर में अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है. जो प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की वास्तुकला पर आधारित है. यह विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से निर्मित है, जो कार्बन न्यूट्रल और नेट जीरो कैंपस के रूप में स्थापित हुआ है.
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प्रधानमंत्री मोदी ने किया था नालंदा विश्वविद्यालय का लोकार्पण
बता दें कि नालन्दा विश्वविद्यालय का लोकार्पण 19 जून 2024 को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा बिहार मुख्यमंत्री की उपस्थिति में किया गया. बिहार सरकार ने नालन्दा में राजगीर खेल परिसर और बिहार खेल विश्वविद्यालय की स्थापना भी की है. इस वर्ष राजगीर खेल परिसर में बिहार वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया गया, जिसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब सराहा गया.
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