पटना. रियल इस्टेट रेगुलेटरी अोथॉरिटी (रेरा), बिहार ने पटना सहित सूबे के विभिन्न जिलों में चल रहे 11 रियल इस्टेट प्रोजेक्ट का आवेदन रद्द कर दिया है. एक माह के अंदर रेरा की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है. रेरा की इन कार्रवाइयों के बाद बिल्डर और निवेशक दोनों में हड़कंप मचा हुआ है.
रेरा के सदस्य आरबी सिन्हा और नूपुर बनर्जी ने सुनवाई करते हुए अधिकतर मामलों में आवश्यक कागजात जमा नहीं कराने पर प्रोजेक्ट को रद्द किया. साथ ही कुछ मामलों में ग्राहकों-आवंटियों का पैसा 60 दिनों के अंदर ब्याज समेत लौटाने का आदेश दिया.
सभी मामलों में पिछली सुनवाइयों के दौरान ही डेवलपरों को जरूरी कागजात जमा कराने के निर्देश दिये गये थे, लेकिन डेवलपर्स जमा कराने में असमर्थ रहे. इसके साथ ही कई प्रोजेक्ट का बिल्डिंग प्लान या नक्शा भी अोथॉरिटी से मंजूर नहीं था.
डेवलपर प्रोजेक्ट
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भुवनेश्वरी इंजीकॉन प्रा लि नरेंद्र इंक्लेव
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ख्याति इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा लि नवीन चंद्र कॉम्प्लेक्स
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महावीरा बिल्डवेल प्रा लि लैंड डेवलपमेंट
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मृणामय मिश्रा विभा इंक्लेव
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पूनम सिंह खुशी प्रांगण
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आरके नारायण कंस्ट्रक्शन चंद्रप्रभा हेरिटेज
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रॉयल प्रीमियम डेवलपर्स रॉयल सिद्धार्थ इंक्लेव
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शौर्य इंफ्रा वेंचर्स शौर्य होम्स
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साइन सिटी सी लाइट बिल्डर्स रिवर माउंट सासाराम
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शिव जया कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स जया गार्डेन
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सौम्य विनायक कंस्ट्रक्शन प्रा लि नवीन चंद्र कॉम्प्लेक्स
रेरा की इस कार्रवाई के साथ ही अब तक सूबे में 29 प्रोजेक्ट पर कार्रवाई की जा चुका है. इस बार जिन 11 बिल्डरों के प्रोजेक्ट के रजिस्ट्रेशन एप्लिकेशन को कैंसिल किया गया है, उनमें 7 अकेले राजधानी पटना के हैं. इनके अलावा गया जिले के दो प्रोजेक्ट हैं, एक-एक भागलपुर और सासाराम के हैं. रेरा ने 6 सितंबर को भी प्रदेश में चल रहे 18 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया था. इनमें राजधानी पटना में सैकड़ों ग्राहकों को घर दिलाने का सपना दिखाने वाले अग्रणी होम्स के सबसे ज्यादा 8 प्रोजेक्ट शामिल थे.
Posted by Ashish Jha