गोपालगंज. गोपालगंज पुलिस ने लंबे समय से फरार कुख्यात अपराधी जितेंद्र राम उर्फ अतावास राम को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. एसआइटी और डीआइयू ने संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तारी की है. बरौली थाना क्षेत्र के बलहा गांव निवासी कुख्यात जितेंद्र अपने भाई की हत्या के बाद से फरार चल रहा है. पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा था. सोमवार को एसपी स्वर्ण प्रभात ने गिरफ्तारी की पुष्टि की.
टॉप-44 इनामी अपराधियों की सूची में जितेंद्र राम शामिल
एसपी ने कहा कि टॉप-44 इनामी अपराधियों की सूची में जितेंद्र राम शामिल था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया, उसके बाद जेल भेज दिया. कार्रवाई में बरौली थानाध्यक्ष जयहिंद यादव के अलावा एसआइटी और डीआइयू की टीम शामिल रही. एसपी ने दोनों टीमों को इनाम की राशि देकर पुरस्कृत करने की बात कही है. वहीं, इस कार्रवाई के बाद मृतक के परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है.
हत्या कर भाग गया था दिल्ली
पुलिस के मुताबिक आठ साल पहले 17 जनवरी, 2016 को बरौली थाना क्षेत्र के बलहा गांव में दो गज जमीन के विवाद को लेकर जितेंद्र राम उर्फ अतावास राम का सगे भाई शंभू राम से विवाद हो गया था. शराब के नशे में जितेंद्र राम उर्फ अतावास राम ने अपने भाई शंभु राम को चाकू घोंपकर मौत के घाट उतार दिया, उसके बाद फरार हो गया.
आठ साल से थी तलाश
पुलिस ने मामले में फरार अपराधी की संपत्ति को कुर्क किया था, लेकिन आठ साल से उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी. एसपी ने फरार अपराधियों की सूची में जितेंद्र राम उर्फ अतावास राम का नाम शामिल किया और 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया. इसके बाद एसआइटी और डीआइयू ने जितेंद्र राम उर्फ अतावास राम की गिरफ्तारी की.
इनामी अपराधियों की बनी है सूची
एसपी स्वर्ण प्रभात ने गोपालगंज के टॉप और कुख्यात अपराधियों की सूची बनायी है, इन सभी अपराधियों पर इनाम घोषित किया गया है. हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी, रेप, आर्म्स एक्ट समेत अन्स मामले इन अपराधियों पर दर्ज है. एसपी ने टॉप-44 अपराधियों की सूची जारी कर एसटीएफ, एसआइटी और डीआइयू टीम को लगाया है, जो लगातार छापेमारी कर रही है.