देवेश कुमार , मुजफ्फरपुर. स्मार्ट सिटी में शामिल मुजफ्फरपुर शहर के विस्तारीकरण के बाद अब रिंग रोड की बड़ी सौगात केंद्र सरकार देगी. पहले पथ निर्माण विभाग से रिंग रोड निर्माण का प्रस्ताव था, लेकिन लागत राशि अधिक होने के कारण इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार अपने हाथों में ले ली है. रिंग रोड का निर्माण सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) से करायेगा.
इसके लिए मंत्रालय ने जिस गांव व नवगठित नगर पंचायत माधोपुर सुस्ता से होकर रिंग रोड का निर्माण होगा. उस गांव व नगर पंचायत की अधिसूचना जारी करते हुए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया गया है. बता दें कि पहले से प्रस्तावित रिंग रोड का निर्माण कराने की जिम्मेदारी पथ निर्माण विभाग को मिली थी.
विभाग ने 344 करोड़ रुपये खर्च का प्रस्ताव तैयार किया था. इसमें जमीन अधिग्रहण के बदले भुगतान की भी राशि शामिल थी, लेकिन बाद में जब शहर विस्तारीकरण के साथ रिंग रोड की चौड़ाई बढ़ाने का निर्णय हुआ. तब इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को ट्रांसफर कर दिया गया है.
रघुनाथपुर जगदीश (278), राेहुआ वीर नारायण (277), भटौलिया उर्फ शाहजहांपुर (415), मुशहरी उर्फ राधानगर (475), रोहुआ राजाराम (414), मुशहरी उर्फ राधानगर (475), राेहुआ अपूछ (279), कोठिया दाखिली (413), नान्हू चक उर्फ युसुफपुर (692), पीर महम्मदपुर (691), बहादुरपुर (690), पुनास चतुरी (683), अकबरपुर (688), पुनास राजा (687), मिरदाही (686), कन्हौली विशुनदत (411), अब्दुलनगर उर्फ माधोपुर (684), टड़वां (682), हरपुर बखरी (689), हसन चक (680/288), बैधनाथपुर (681), दिघरा रामपुर शाह (276), दिघरा पट्टी (275/289) व चक अहमद (339).
कुढ़नी प्रखंड के माधोपुर सुस्ता नगर पंचायत सहित कुल आठ गांव शामिल है. इसमें मोहम्मदपुर मोबारक (295), चक भीखी (296), सिवान पट्टी (297), विशुनपुर गीधा (298), माधोपुर सुस्ता (297), मधौल (838), खबड़ा उर्फ कीरतपु गुरदास (334) व मादापुर रैयनी (336) है. वहीं, कांटी प्रखंड के पांच गांव है, जो चिकनौटा उर्फ हरपुर लाहौरी (389), शाहपुर (390), मधुवन जगदीश (391), बरमतपुर (393) व सदातपुर (392) शामिल है.
एनएच-28, एनएच-77, एनएच-57 व एनएच-102 को यह रिंग रोड जोड़ेगा. इसमें मुजफ्फरपुर-पटना फोरलेन से निकला रिंग रोड माधोपुर सुस्ता होते हुए एनएच 28 में काजीइंडा के पास मिलेगा. यह बुधनगरा-रजवाड़ा पथ में मणिका के पास बूढ़ी गंडक नदी को क्रॉस करते हुए एनएच 57 में मझौली के पास मिलेगा.
इससे तीनों एनएच आपस में जुड़ जायेंगे, जिसकी प्रस्तावित लंबाई 21.10 किमी है. इस रोड में बूढ़ी गंडक नदी पर बुधनगरा घाट पर आरसीसी उच्चस्तरीय दो ब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है. इसमें एक मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर एवं दूसरा मुजफ्फरपुर हाजीपुर रेल मार्ग पर होगा.
मुजफ्फरपुर-पटना फोरलेन को सीधे मधौल से पताही, खरौना होते हुए रेवा रोड को क्रॉस करा सदातपुर कांटी तक फोरलेन का निर्माण अभी एनएचएआई से कराया जा रहा है, जिसकी लंबाई लगभग 17 किमी है. कांटी सुधा डेयरी से लेकर मझौली तक मुजफ्फरपुर-दरभंगा को जोड़ने वाली एनएच 57 को जोड़ते हुए पश्चिमी क्षेत्र का एक रिंग रोड होगा.
यह सीधे मधौल से काजीइंडा होते हुए मझौली तक मुजफ्फरपुर के पूर्वी भाग को जोड़ता है. उससे मिल जायेगा. इस रिंग रोड के निर्माण होने से एनएच-57, एनएच-28 व एनएच-77 को शहर के बाहर-बाहर से जोड़ देगी.
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– शहर पर कम होगा ट्रैफिक का दबाव.
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– रिंग रोड होकर ही बाहर-बाहर ही शहर में बिना प्रवेश किये भारी वाहन निकल जायेगी.
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– कम समय में एक-दूसरे एनएच में इंट्री करने का मिलेगा मौका.
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– पटना से दरभंगा, समस्तीपुर के अलावा मोतिहारी, सीतामढ़ी जाना होगा आसान.
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अंजनी कुमार ने कहा कि पहले पथ निर्माण विभाग को इस कार्य को कराने की जिम्मेदारी दी गयी थी, लेकिन अब एनएचएआइ को ट्रांसफर कर दिया गया है. एनएचएआइ अब अपने स्तर से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेगी.