बिहार में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में फिर हुई वृद्धि, शिवहर-मोतिहारी पथ पर आवागमन बाधित

अधवारा समूह की प्रमुख सहायक नदी धौंस सहित अन्य नदियों के जलस्तर में पिछले दिनों से उतार चढ़ाव जारी है. तीन दिन पहले जहां धौस नदी के जलस्तर में कमी होने लगी थी, वहीं सोमवार को एक बार फिर से जलस्तर में वृद्धि होने लगी है.

By Ashish Jha | August 14, 2023 4:58 PM

मधुबनी. जिले के बेनीपट्टी अनुमंडल के सभी प्रखंड क्षेत्रों से गुजरनेवाली अधवारा समूह की प्रमुख सहायक नदी धौंस सहित अन्य नदियों के जलस्तर में पिछले दिनों से उतार चढ़ाव जारी है. तीन दिन पहले जहां धौस नदी के जलस्तर में कमी होने लगी थी, वहीं सोमवार को एक बार फिर से जलस्तर में वृद्धि होने लगी है. बारिश रुकने के बाद धौस नदी के जलस्तर में कमी आने लगी थी. लेकिन शुक्रवार और शनिवार को लगातार रुक-रुक कर हुई बारिश से फिर से जलस्तर बढ़ने लगा है. अब तक नेपाल की ओर से नदी में पानी नहीं प्रवेश किया है. नदी किनारे आस-पास में बसे दर्जनों गांवों के लोग सहमे नजर आने लगे हैं. एसडीएम मनीषा ने कहा कि नदियों क़े जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. घबराने की आवश्यकता नहीं है. बाढ़ से निबटने के लिए प्रशासन सतर्क और सजग है.

धौंस नदी के जलस्तर बढ़ने की आशंका

अत्यधिक बारिश होने पर सीतामढ़ी जिले के चौरौत से निकलकर मैदानी इलाके होते हुए मधवापुर-बेनीपट्टी प्रखंड सीमा त्रिमुहान में आकर धौंस नदी में मिलकर रजबा, धनुषी, माधोपुर राजघट्टा व बर्री गांव की ओर मुड़नेवाली कोकराझाड़ नदी का पानी मैदानी इलाकों की ओर फैल जाता है. कमोबेश यही स्थिति थूम्हानी नदी की भी रहती है, जो जलस्तर बढ़ते ही मल्हामोड़ के पश्चिम दिशा में ओवर फ्लो होकर मैदानी इलाकों में फैल जाता है. हालांकि उन नदियों का जलस्तर फिलहाल स्थिर देखा जा रहा है, लेकिन धौंस नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद उन सभी नदियों के जलस्तर में भी इजाफा होने की आशंका प्रबल दिखती है.

कमला नदी के जलस्तर में आई कमी, तटबंध का कटाव जारी

इधर, बाबूबरही प्रखंड क्षेत्र के पिपराघाट से गुजरने वाली कमला बलान नदी के जलस्तर में कमी आई है, लेकिन नदी के पूर्वी तटबंध पर कटाव शुरू हो गया है. इस कारण तटबंध से सेट बैरिया मुसहरी के लोग सहमे हुए हैं. बता दें कि बिंदु संख्या 28 बाढ़ प्रमंडल झंझारपुर एक के अधीन है. विभागीय जेई कैंप कर रहे हैं. स्थल पर मजदूरों द्वारा सेंड बैग स्टोर करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. बैरिया गांव के हरिश्चंद्र सदाय, मनोज सदाय, स्थानीय मुखिया नंद कुमार यादव आदि ने कहा कि नदी के जलस्तर में कमी आने के साथ सोमवार की सुबह से ही बिंदु संख्या 28 पर लगभग 75 मीटर में पानी का दबाव बन गया है. पानी का दबाव बढ़ने से पूर्व में लगाये गये कई जिओ बैग पानी के तेज धारा के साथ बह गये. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल झंझारपुर एक के इंजीनियर संजय कुमार ने कहा कि तटबंध में कोई कटाव नहीं हो रहा है. विभाग के लोग स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं.

शिवहर-मोतिहारी के देवापुर पथ पर चढ़ा बागमती का पानी, आवागमन बाधित

दूसरी ओर शिवहर से मिल रही सूचना के अनुसार नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रो में हो रही बारिश से बागमती एवं लालबकेया नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. नदी में आई बाढ़ का पानी शिवहर-मोतिहारी पथ के देवापुर से नरकटिया तक दो से तीन फिट बह रहा है. बाढ़ का पानी शिवहर मोतिहारी पथ के देवापुर से नरकटिया तक कच्ची सड़क के रास्ते निकल जिहुली, देवापुर गांव के निचले हिस्से में फैल रहा है. शिवहर मोतिहारी पथ बाढ़ का पानी चढ़ जाने से इस रास्ते दोनों जिले का संपर्क भंग हो गया है. सीओ सौरव कुमार ने बताया कि नदी के जल स्तर में धीरे- धीरे वद्धि हो रही है. देवापुर घाट पर हल्का कर्मचारी को तैनात किया गया है.

पटना में घटने लगा गंगा का जलस्तर, दोपहर बाद बारिश

पटना में गंगा का जलस्तर घटने लगा है. पिछले 24 घंटे में दीघा घाट पर 13 सेमी और गांधी घाट पर 11 सेमी घटा है. रविवार की दोपहर 2:00 बजे दीघा घाट पर जलस्तर 49.40 मीटर और गांधी घाट पर 48.38 मीटर पर आ गया. वहीं शनिवार को दीघा घाट पर 49.53 मीटर और गांधी घाट पर 48.49 मीटर पर आ गया। दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 मीटर और गांधी घाट पर 48.60 मीटर है. उधर, हाथीदह के जलस्तर में भी 5 मीटर की गिरावट दर्ज की गई है. शनिवार की दोपहर 2 बजे हाथीदह में जलस्तर 41.81 मीटर जो की रविवार को 41.75 मीटर दर्ज किया गया है, जबकि खतरे का निशान हाथीदह में 41.76 मीटर है.

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