भारी बारिश होने के कारण नदियों का बढ़ा जलस्तर, घरों में घुसा रमजान नदी का पानी
किशनगंज : लगातार हो रही भारी बारिश होने के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण नदी से सटे निचले इलाके के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश करना प्रारंभ हो चुका है.स्थानीय श्हार के पासवान टोला गांधीनगर हॉस्पिटल रोड वार्ड नं 14 में बाढ़ की स्थिति पैदा हो चुकी है.
किशनगंज : लगातार हो रही भारी बारिश होने के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण नदी से सटे निचले इलाके के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश करना प्रारंभ हो चुका है.स्थानीय श्हार के पासवान टोला गांधीनगर हॉस्पिटल रोड वार्ड नं 14 में बाढ़ की स्थिति पैदा हो चुकी है. घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है,कई लोग अपना घर छोड़कर पलायन चुके हैं.लोगों में भय का माहौल है. प्रशासन द्वारा पहले ही भारी बारिश होने की चेतावनी दे दी गई थी.
भारी बारिश से नदियों के जल स्तर में काफी वृद्धि हुई है आसपास के नाले, तालाब पोखर सभी पानी से लबालब भर चुके हैं.जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से बाढ़ का पानी निचले इलाकों में इस कदर फैलने लगा है कि अब लोगों को आवागमन में भी दिक्कत होने लगी है. बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
महानंदा, डोक, कनकई, रतुआ, मेची, रमजान नदी का जलस्तर दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है. टेढ़ागाछ से प्रतिनिधि के अनुसार पिछले पांच दिनों से लगातार हुई बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. बारिश का पानी गांवों में प्रवेश कर जाने से जनजीवन प्रभावित हो गया हैं. वहीं नदी का भी जलस्तर बढ़ने से लोग चिंतित नजर आ रहे हैं. लोगों को धान आदि की फसल बर्बाद होने की चिंता सताने लगी है.
लगातार पांच दिनों हो रही बारिश से टेढ़ागाछ प्रखंड के डाकपोखर पंचायत के वार्ड संख्या 13, बलुआडांगी, मटियार पंचायत के माली टोला, बाभन टोला, कालपीर पंचायत के बीबीगंज, सेफू टोला आदि गांवों में कनकई का पानी घुसने से सैकड़ों लोग उंचे स्थानों पर चले गये है.अबतक प्रखंड प्रशासन द्वारा पीड़ितों को किसी प्रकार की कोई मदद नहीं पहुंचाई जा सकी है. जलजमाव से लोगों को पेयजल, शौचालय तथा पशुओं के चारे की परेशानी हो गई है.
जल जमाव से बढ़ा मौसमी बीमारी का प्रकोप: बहादुरगंज : कोरोना महामारी का प्रकोप अभी थमा नहीं है कि भारी बारिश व जलजमाव से अन्य मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है. फ्लू और मच्छर जनित रोगों से लोग परेशान हैं. पांच दिनों से लगातार बारिश होने के कारण नाला पूरी तरह से भर गया है. शायद ही कोई मुहल्ला या क्षेत्र बचा है जहां जलजमाव नहीं है. शहरी इलाके की हालत और अधिक खराब है. चिकित्सक के मुताबिक यह खतरे की घंटी है. इसी वजह से इस मौसम में फ्लू और मच्छर जनित रोग का खतरा बढ़ गया है. लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है.
posted by ashish jha