गंगा, सोन और पुनपुन में बढ़ रहा जल स्तर, वाणसागर डैम से छोड़ा गया पानी, फरक्का बैराज के भी खोले गये सभी गेट
पटना : पटना में गंगा नदी का जलस्तर गांधीघाट से लेकर अन्य जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर है. वाणसागर डैम से पानी छोड़े जाने से सोन नदी में अगले पांच दिनों में जलस्तर बढ़ने की संभावना है. साथ ही झारखंड के उत्तर कोयल नदी के इलाके में भारी वर्षा होने से पुनपुन नदी के जलस्तर पर प्रभाव पड़ने की संभावना है.
पटना : पटना में गंगा नदी का जलस्तर गांधीघाट से लेकर अन्य जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर है. वाणसागर डैम से पानी छोड़े जाने से सोन नदी में अगले पांच दिनों में जलस्तर बढ़ने की संभावना है. साथ ही झारखंड के उत्तर कोयल नदी के इलाके में भारी वर्षा होने से पुनपुन नदी के जलस्तर पर प्रभाव पड़ने की संभावना है.
बुधवार को जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने पटना शहर सुरक्षा दीवार का निरीक्षण किया. उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को गंगा में घाघरा से आने वाले जलश्राव और बाण सागर डैम से सोन नदी में एक लाख 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण सचेत रहने व चौकसी बरतने का निर्देश दिया.
मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ गांधीघाट सहित अन्य घाटों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने गंगा का जलस्तर बढ़ने पर पटना शहर सुरक्षा दीवाल के विभिन्न गेटों को बंद करने के संबंध में एक मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया. उनके निर्देश पर यह मॉक ड्रिल एलसीटी घाट स्थित गेट सं 55 पर सफलतापूर्वक किया गया.
निरीक्षण के दौरान गांधी घाट पर विभागीय पदाधिकारियों के साथ उन्होंने स्थिति की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान स्पष्ट हुआ कि अभी कोई खतरे की बात नहीं है, क्योंकि जलस्तर उच्चतम बाढ़ स्तर (50.52 मी) से 1.82 मीटर नीचे है.
विभाग के सचिव संजीव हंस ने बताया कि वाणसागर से छोड़ा गया पानी बिहार में रोहतास में पहले पहुंचता है. रोहतास के साथ अरवल और पटना जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है. फरक्का बैराज के सभी फाटक खोल दिये गये हैं. इससे गंगा नदी का पानी जल्द निकल जाने की संभावना है.
posted by ashish jha