Bihar: उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ संपन्न हुआ महापर्व छठ का अनुष्ठान, घाटों पर दिखी आस्था 

Bihar: उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के लिए अहले सुबह सूर्योदय होने से घंटों पहले ही लोग अपने-अपने घरों से घाटों और तालाब के लिए निकल पड़े.

By Prashant Tiwari | November 9, 2024 9:25 AM

Bihar: चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ शुक्रवार को अहले सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ संपन्न हो गया. पटना के घाटों पर दो साल के बाद भक्तों में खास उत्साह दिखा. कई महिलाएं और पुरुषों ने साष्टांग अर्घ देने के लिए घाट पर पहुंचीं. छठ व्रतियों ने विभिन्न घाटों, तालाबों और छतों पर पूरे पारंपरिक धार्मिक विधि-विधान से ध्यान कर उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ दिया. व्रतियों ने उगते सूर्य की पूजा की और चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व का पारण किया. वहीं देश के कोने-कोने में उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक हर जगह महापर्व की छटा देखने को मिली.

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सूर्योदय से पहले घाट पर पहुंचे व्रती

उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के लिए अहले सुबह सूर्योदय होने से घंटों पहले ही लोग अपने-अपने घरों से घाटों और तालाब के लिए निकल पड़े. पुरुष अपने-अपने माथे पर दउरा में पूजन सामग्री के साथ व महिलाएं छठी मइया के गीत गाते हुए घाट पर पहुंची. घाटों पर सुबह से छठ व्रती और छठी मइया के भक्त भगवान भास्कर के उदय का इंतजार कर रहे थे. सूर्य के उदय के साथ ही व्रतियों ने पानी में उतरकर उन्हें अर्घ अर्पित किया. महिला व्रतियों ने नाक से लेकर माथे तक सिंदूर लगाये और भगवान भास्कर से अपने सुहाग की लंबी उम्र और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. इसके बाद महाप्रसाद ग्रहण कर पारण किया.

सामाजिक संगठनों ने किया सहयोग

पटना के घाटों और तालाबों से लेकर पूजा समितियां और सामाजिक संगठनों की ओर जगह- जगह काउंटर लगाकर घाट और तालाब जाने वाली व्रतियों के बीच नारियल, अगरबत्ती और दूध का वितरण किया गया. इसके बाद घाटों और तालाबों से घर लौटने के दौरान व्रतियों के बीच चाय और नींबू पानी का वितरण हुआ. साथ ही पूजा समितियों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने व्रतियों से प्रसाद मांगा.

सात समंदर पार भी लोगों ने मनाया छठ

वैसे तो छठ बिहार में विशेष तौर पर मनाया जाता है, लेकिन देश-दुनिया के अन्य इलाकों में भी रहने वाले बिहारी छठ पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. सोमवार को इस त्योहार का आखिरी दिन था, जो सुबह सूर्योदय के साथ समाप्त हो गया. हर वर्ष की तरह इस बार भी छठ पूजा की गूंज सात समंदर पार अमेरिका, न्यू जर्सी से लेकर दुबई और बोस्टन तक में भी सुनाई दी. यहां रहने वाले कई बिहारी अपनी परंपरा और संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं.

पूजा के हर पल को कैमरे में किया कैद

पिछले चार दिनों से सोशल मीडिया पर भी छठ की छटा देखते ही बन रही है. छठ पूजा को लोगों ने अपने कैमरे में हर पल को कैद किया और सोशल मीडिया पर शेयर किया. शहर से लेकर गांव व देश से लेकर विदेशों तक से लोगों ने फोटोज और वीडियो शेयर कर खूब लाइक्स और कमेंट बटोरे.  

छठ लोकगीतों से गूंजता रहा शहर

भगवान भास्कर को अर्घ देने आये श्रद्धालुओं ने कांच के ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये…, जल्दी-जल्दी उगा हो सूरज देव, रुनकी झुनकी बेटी मांगीला, पढ़ल पंडितवा दामाद… जैसे पारंपरिक लोकगीतों से घर से लेकर घाट तक गूंज उठा. बड़ी संख्या में श्रद्धालु घाटों पर पहुंचे और पूरे विधि-विधान के साथ डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर घर, परिवार, समाज और देश के सुख, समृद्धि और शांति की कामन की.

पाटलिपुत्र कॉलोनी में छठ गीतों का हुआ गायन

पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी में ओमप्रकाश नारायण, संतोष कुमार और जयश्री की टीम ने अपने छठ गीतों से पूरे महौल को भक्तिमय बना दिया. ओमप्रकाश नारायण और संतोष कुमार ने इस अवसर पर कहा कि शीघ्र ही हम लोग बिहार के उन बच्चों को एक बड़ा अवसर देने का प्रयास करेंगे जिनका संगीत में प्रेम है.

जैन परिवार की बेटी ने सुसराल में किया छठ पूजा

राजेंद्र नगर में रहने वाली जैन परिवार की बेटी ने सुसराल में छठ पूजा किया. भागलपुर की बेटी रेखा जैन कसेरा ने बताया कि छठ पूजा बचपन से हमारे पड़ोस में रहने वाली चाची करती थीं. जिससे प्रेरणा पाकर सुसराल में आने के बाद काफी समय से मन में इच्छा रखती थी कि मैं भी छठ पूजन करूं. ये व्रत काफी नियम और विधि विधान से किया जाता है. मैंने अपने पति से व्रत रखने की इच्छा जतायी, तो उन्होंने पूरा सहयोग किया.

विदेशों में भी छठ की रही धूम

1. न्यू जर्सी : राजीव नगर के रहने वाले आरसी सिंह की पत्नी रीना सिंह ने भारत के बाहर अमेरिका में पहली बार छठ पर्व किया. दरअसल उनके बेटे और बहू अमेरिका में रहते हैं.

2. जर्मनी : फ्रैंकफर्ट की रहने वाली अंतिमा व आशियाना की रहने वाली तुलिका श्रीवास्तव ने बताया कि यहां लगभग 25 परिवारों ने छठ व्रत किया था. जर्मनी के हरिओम टेंपल में व्रतियों ने व्रत संपन्न किया.

3. इंग्लैंड (बर्मिंघम) : बिहारीस बियॉन्ड बॉउंड्रीज़ ग्रुप के सौजन्य से छठ पूजा का आयोजन बर्मिंघम के वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर में भव्य रूप से किया गया. इस वर्ष लगभग यहां 500 लोगों ने भाग लिया.

4. अबू धाबी : संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में बिहार और झारखंड के व्रतियों और परिवार के सदस्यों ने अल रीम सेंट्रल पार्क घाट पर डूबते और उगते हुए सूर्य की पूजा की.  

5. मलेशिया : बिहार-झारखंड की कम्यूनिटी की ओर से संयुक्त रूप से छठ पर्व का आयोजन किया गया. इसमें 40 से ज्यादा व्रतियों ने पूरे विधि-विधान के साथ पूजा पाठ किया.

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