पटना. बिहार विधानसभा में सदन की कार्रवाई आरंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष के साथ लखीसराय में घटी घटना पर सरकार से जवाब मांगा गया. सरकार की ओर से जवाब नहीं मिलने पर राजद, भाजपा, माले, एआइएमआइएम के सदस्य वेल में जाकर हंगामा करने लगे. उनकी मांग थी कि आसन सहित सदस्यों की गरिमा के मान सम्मान का सवाल है.
सरकार पहले इसका जवाब दे, उसके बाद ही सदन की कार्यवाही चलायी जाये. सदस्यों की भावना को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधायिका को कोई कमजोर नहीं कर सकता.
सरकार का पक्ष रखते हुए उपमुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी बताया कि संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी दूसरे सदन में हैं. उनके आने के बाद सरकार अपना उत्तर देगी. इधर सदस्यों के हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया. उन्होंने कहा कि इस बीच वह दलीय नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
सदन की कार्यवाही जब दूसरी बार 11.45 बजे आरंभ हुई तो विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि संसदीय कार्य मंत्री दूसरे सदन में सदस्यों का जवाब दे रहे हैं. इस मामले पर दोपहर एक बजे कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में विमर्श किया जायेगा.
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राजद के ललित कुमार यादव ने लखीसराय की घटना पर सरकार से जवाब की मांग की. उस घटना पर क्या किया गया. उनका कहना था कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के निर्णय का भी सरकार जवाब नहीं दे रही है. इसको लेकर भाजपा के संजय सरावगी ने भी कहा कि सरकार ने आश्वासन दिया था कि इसका जवाब एक दिन बाद दिया जायेगा.
राजद के भाई वीरेंद्र ने कहा कि आसन का सम्मान किया जाये. भाजपा के अरुण शंकर प्रसाद, हरिभूषण ठाकुर बचोल, पवन कुमार जायसवाल सहित अन्य सदस्यों ने भी सरकार से इसको लेकर जवाब की मांग की. सरकार की ओर से जवाब नहीं मिलने पर हंगामा को देखते हुए सदन की कार्यवाही को 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया.