Gopalganj Election के बाद राजद और बीजेपी समर्थकों में जमकर हुई मारपीट, चार लोग गंभीर रुप से घायल
Gopalganj Election में मतदान खत्म होने के बाद आरजेडी और बीजेपी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गयी. उचकागांव थाने के कवहीं गांव में हुई इस घटना में दोनों पक्ष से चार लोग जख्मी हो गये. दोनों पक्षों के घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
Gopalganj Election में मतदान खत्म होने के बाद आरजेडी और बीजेपी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गयी. उचकागांव थाने के कवहीं गांव में हुई इस घटना में दोनों पक्ष से चार लोग जख्मी हो गये. दोनों पक्षों के घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना के बाद इलाके में दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. वहीं पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्ष के घायलों से एफआइआर के लिए लिखित शिकायत मांगी है. हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने कहा कि पुलिस को मामला संज्ञान में है. मारपीट के मामले में कार्रवाई की जा रही है.
एक पक्ष का आरोप-सड़क पर पीटा, घर में घुसकर मारा
घटना में एक पक्ष के घायल राम शंकर यादव का आरोप है गुरुवार के दिन मतदान था. वह अपने मताधिकार का प्रयोग करने जब घर से निकला, तो रामनाथ सोनी समेत चार लोग उसके पास पहुंच गये और बीजेपी को वोट देने का दबाव बनाने लगे. राम शंकर यादव ने जब इसका विरोध किया, तो गाली-गलौज की गयी. इसके बाद चारों ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी. पीड़ित ने जान बचाकर भागने की कोशिश की, लेकिन पीछा कर आरोपित उसके घर तक पहुंच गये. पीड़ित का आरोप है कि बेरहमी से पिटाई करने के बाद स्थानीय थाने की पुलिस को बुलाकर सौंप दिया गया. मतदान का समय खत्म होने पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया, जिससे वह अपने वोट से वंचित रह गया. घटना के बाद परिजनों ने उसे जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया.
दूसरे पक्ष का आरोप-बच्चे स्कूल गये तो उन्हें पीटा गया
दूसरे पक्ष से घायल रवि सोनी और प्रिंस सोनी का आरोप है कि हमारे बच्चे घर से स्कूल जाने के लिए शुक्रवार को निकले थे, लेकिन रास्ते में ही उनके साथ मारपीट की गयी. राम शंकर यादव के परिजनों ने बच्चों से मारपीट की, जब इसका विरोध किया गया, तो बच्चों के अभिभावकों को भी मारपीट कर घायल कर दिया गय. घायल प्रिंस कुमार का आरोप है कि मतदान आरजेडी के समर्थन में करने का दबाव बनाया गया, विरोध करने पर धमकी दी गयी. वहीं इस घटना में तीन लोग जख्मी हो गये. इनमें दो लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि एक बच्चे का स्थानीय असपताल में इलाज कराकर घर भेज दिया गया. वहीं इस मामले में उचकागांव थाने में लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग करने की बात कही है.