लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम सामने आने के बाद देश में जहां नयी सरकार बन चुकी है तो वहीं सभी सियासी दलें अब चुनाव परिणाम को लेकर समीक्षा भी कर रहे हैं. बिहार की प्रमुख सियासी दलें भी मंथन में जुटी है. गुरुवार को भाजपा ने लगातार दूसरे दिन समीक्षात्मक बैठक पटना में की है. चुनाव परिणाम को लेकर मंथन किया गया और अब आगामी विधानसभा चुनाव में जुटने का निर्देश पर्टी कार्यकर्ताओं को दिया गया. वहीं राजद और जदयू की भी अहम बैठक होने वाली है. राजद ने पटना में बैठक बुलायी है तो वहीं जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में होगी.
राजद की दो दिवसीय बैठक, लालू करेंगे अध्यक्षता
राजद ने पटना में दो दिवसीय समीक्षा बैठक बुलाई है. इस बैठक में पार्टी के तमाम जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी और लोकसभा चुनाव में उतारे गए उम्मीदवारों को बुलाया गया है. पार्टी के सूत्र बताते हैं कि राजद इस बैठक में लोकसभा चुनाव के परिणाम पर मंथन करेगा. इस बैठक की अध्यक्षता खुद राजद सुप्रीमो लालू यादव कर सकते हैं. तेजस्वी यादव भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे. लोकसभा चुनाव में कहां चूक हुई इसपर भी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ मंथन हो सकता है. वहीं इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हो सकती है. पार्टी के कार्यकर्ताओं को अब विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने के लिए कहा जा सकता है. बता दें कि राजद ने 23 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे जहां 4 सीटों पर पार्टी को जीत मिली. 19 सीटों पर आरजेडी प्रत्याशियों की हार हुई है.
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दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
इधर, जदयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तिथि तय कर दी है. 29 जून को दिल्ली में यह बैठक होगी. जिसमें पार्टी के तमाम सांसद, विधायक और जेडीयू के प्रमुख नेता शामिल होंगे. इस बैठक की अध्यक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर मंथन किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिसंबर 2023 में की गयी थी. जिसमें नीतीश कुमार को फिर एकबार पर्टी की कमान थमायी गयी थी.
भाजपा ने भी किया मंथन
वहीं बिहार भाजपा ने लगातार दो दिन अपने विधायकों, जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, लोकसभा प्रभारियों और लोकसभा संयोजकों के साथ समीक्षा बैठक की. लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर मंथन किया गया. इस रिजल्ट से सबक लेकर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने का निर्देश दिया गया. जिस भाजपा विधायक के क्षेत्र में विपक्ष के उम्मीदवार को अधिक वोट मिले, ऐसे क्षेत्र को चिन्हिंत करके वहां विशेष मेहनत और तैयारी करने को कहा गया.