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जिनसे हो गया था फासला, वो अब मिट रहा है, सवर्णों से मिले समर्थन पर बोले तेजस्वी यादव

इस बार लेफ्ट के साथ मिलकर लड़े तो हमने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं हमारे तीन बागी भी जीते हैं. समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर और प्रतिनिधित्व देकर हम लोग आगे बढ़ रहे हैं. अब पुराना दौर बदल रहा है और जिन से कभी हमारा फासला हुआ करता था, वह आज कम हो रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2022 6:46 PM

पटना. बिहार विधान परिषद में नगर निकाय कोटे की 24 सीटों के परिणाम से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव काफी खुश हैं. पार्टी के नव निर्वाचित विधान पार्षदों से मिलने के बाद लालू प्रसाद के पुत्र ने कहा कि जिनसे फासला हो गया था, वो अब मिट रहा है. राजद को सभी जाति-धर्म का समर्थन मिल रहा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि पुराना दौर बदल रहा है और जिन से कभी फासला हुआ करता था वह आज मिट रहा है.

बिहार विधान परिषद के चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद राजद के नवनिर्वाचित सभी 6 एमएलसी शुक्रवार को 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पहुंचे. वहां उन्होंने तेजस्वी यादव से मुलाकात की और चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने का सारा श्रेय दिया. तेजस्वी यादव ने भी सभी नवनिर्वाचित विधान पार्षदों को जीत की बधाई दी.

बिहार में विधान परिषद की 24 सीटों को लेकर हुए चुनाव के नतीजे गुरुवार को आए थे. इसमें राजद के 6 उम्मीदवारों ने शानदार जीत दर्ज किया था. चुनाव में जीत हासिल करने वाले उम्मीदवारों में पटना सीट से कार्तिक कुमार, मुंगेर से अजय कुमार सिंह, सीवान सीट से विनोद जायसवाल, गया सीट से कुमार नागेन्द्र उर्फ रिंकू यादव, पश्चिम चंपारण से सौरव कुमार और सहरसा सीट से अजय सिंह शामिल हैं.

विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में हमारी संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछली बार जब जदयू और राजद ने मिलकर चुनाव लड़ा था, तो हमने चार सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार लेफ्ट के साथ मिलकर लड़े तो हमने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं हमारे तीन बागी भी जीते हैं. समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर और प्रतिनिधित्व देकर हम लोग आगे बढ़ रहे हैं. अब पुराना दौर बदल रहा है और जिन से कभी हमारा फासला हुआ करता था, वह आज कम हो रहा है.

तेजस्वी ने कहा कि सरकार की जो कमियां हैं, उसे हम जनता तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. हमारी बात धीरे-धीरे जनता की समझ में भी आ रही है. जिसका नतीजा है कि हमारी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. चाहे सवर्ण जाति की बात हो चाहे दलित, महादलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक हो, हम सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलना चाहते हैं. हम नयी सोच के लोग हैं और हमें नया बिहार बनाना है.

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