पटना. जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू यादव और उनके परिवार के यहां सीबीआई और इडी द्वारा की गयी छापेमारी के बाद से राजनीतिक माहौल गर्म है. राजद नेता लगातार केंद्रीय एजेंसियों को केंद्र सरकार की कठपुतली बताते हुए उन पर हमलावर है. वहीं विपक्षी डाल भाजपा के निशाने पर भी लगातार लालू परिवार बना हुआ है. अब इस मामले में बिहार विधानसभा में राजद ने प्रदेश में सीबीआइ, इडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों को लेकर कानून बनाने की मांग कर दी है.
राजद के भाई वीरेंद्र ने सदन में कहा कि केंद्र सरकार सीबीआइ और इडी का जिस तरह से प्रयोग कर रही है उसको लेकर बिहार सरकार पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों की तर्ज पर इसके दुरुपयोग को लेकर कानून बनाए. सोमवार को विधानसभा में वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में व्यवस्था के सवाल पर वह खड़े हुए और इस तरह ध्यान आकृष्ट कराया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यहां बैठे हैं. वह आग्रह करते हुए कहते हैं कि जिस तरह से केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसी इडी व सीबीआइ का दुरुपयोग कर रही है. बंगाल सहित अन्य राज्यों ने जिस तरह कानून बनाया है कि बिना राज्य सरकार की सहमति के इडी व सीबीआइ का छापा नहीं पड़े, वैसा ही कानून बिहार सरकार भी बनाये.
तेजस्वी ने कहा-सीबीआइ और इडी को मेरे यहां मिला ठेंगा
सदन के बाहर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे यहां छापे में सीबीआइ और इडी को ठेंगा मिला है. इडी की छापेमारी के बाद सोमवार की दोपहर पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे घर से लेकर मेरी बहनों तक के यहां छापे मारे गये. इस दौरान उनके पहने हुए श्रंगार के गहने (यूज ज्वैलरी ) उतरवाये गये. जितना भी पैसा मिला, वह भी मामूली था. इससे ज्यादा पैसा तो गिरिराज सिंह के यहां कार्रवाई के दौरान मिला था. तेजस्वी ने जोर देकर कहा कि जितने छापे हमारे यहां मारे गये, उतने छापे किसी के यहां नहीं मारे गये. क्या मैं ही अदाणी हूं. भाजपा नेताओं के पास यह एजेंसियां नहीं जा रही हैं.