बिहार में इन दिनों जल प्रलय आया हुआ है. राजधानी पटना समेत राज्य के कई जिले भीषण बाढ़ की चपेट में है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार लगातार स्थिती पर नजर बनाई हुई है. इस बीच राष्ट्रीय जनता दल की नेता और सारण लोकसभा सीट से लोकसभा प्रत्याशी रहीं रोहिणी आचार्य ने सरकार पर बाढ़ के दौरान ठीक से व्यवस्था न करने का आरोप लगाया इसके साथ ही उन्होंने सूबे में आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है.
“कुंभकर्णी नींद” सोई है सरकार- रोहिणी
रविवार को सारण में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने रवाना होने से पहले दस सर्कुलर रोड स्थित आवास पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सूबे में बाढ़ की वजह से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन राज्य सरकार “कुंभकर्णी नींद” सोई है. रोहिणी आचार्य ने आगे कहा, “बाढ़ की स्थिति भयावह है, बच्चों की मृत्यु हो रही है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है.”
बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें सरकार
इसके साथ ही आचार्य ने बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की. बता दें कि बिहार के 13 से अधिक जिले बाढ़ से प्रभावित हैं.