RJD विधायक सर्वजीत कुमार ने कृषि विभाग की कमान संभाल ली है. इस दौरान विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. कृषि मंत्रालय संभालने से पहले उनके पास पर्यटन विभाग की कमान थी. सर्वजीत बोधगया क्षेत्र से राजद के सीट से विधायक हैं. नीतीश कुमार के महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद जिन 17 विधायकों ने मंत्री पद संभाला था, उनमें सर्वजीत भी शामिल थे. सर्वजीत को ये जिम्मेदारी सुधाकर सिंह के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद दिया गया. बताया जाता है कि कुमार सर्वजीत लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के काफी करीबी है. कृषि मंत्री का प्रभार मिलने के बाद उन्होंने कहा कि मंत्रालय मिलना माता रानी का आशीर्वाद है.
सर्वजीत कुमार गया के पूर्व सांसद और विधायक रहे स्व राजेश कुमार के बेटे हैं. राजेश कुमार गया से 1992 से लेकर 1996 तक सांसद रहे थे. इसके पहले वो अपने गृह सीट से तीन बार विधायक भी रहे थे. राजेश कुमार की हत्या जनवरी 2005 में हुई थी. उनके हत्या के बाद भी सर्वजीत कुमार ने राजनीति के गलियारे में कदम रखा. राजनीति में उनपर सबसे पहले स्व रामविलास पासवान ने दाव लगाया था. वर्ष 2009 में उन्होंने एलजेपी की टिकट पर चुनाव जीता था. वो 17 महीने विधायक रहे. इसके बाद 2017 में राजद के टिकट से विधायक बने. उसके बाद से सर्वजीत अपने सीट पर बने हैं.
कृषि मंत्री का पद संभालने के बाद सुधाकर सिंह लगातार अपने ही सरकार और अफसरों पर हमलावर थे. कृषि मंत्री ने अपने विभाग के अधिकारियों को चोर और खुद को चोरों का सरदार तक बता दिया था. हालांकि इसके बाद राजद और जदयू के बीच दूरी की बड़ी खबर आयी. सुधाकर सिंह का कहना है कि वो किसानों के साथ हैं और उनके हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. पद से इस्तीफा देने के बाद से भी किसानों के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी.