भाजपा की पिच पर खेल रहे राजद के लोग, उपेंद्र कुशवाहा बोले- कहीं अंदरखाने में कोई समझौता तो नहीं
राजद विधायक और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिये विवादित बयान के बाद गठबंधन में न केवल दरार बढ़ गयी है, बल्कि अब खुलकर जदयू और राजद के नेता एक दूसरे पर अविश्वास जता रहे हैं. रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की विवादित टिप्पणी पर जेडीयू ने शनिवार को खुलकर राजद पर हमला बोला है.
पटना. राजद विधायक और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिये विवादित बयान के बाद गठबंधन में न केवल दरार बढ़ गयी है, बल्कि अब खुलकर जदयू और राजद के नेता एक दूसरे पर अविश्वास जता रहे हैं. रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की विवादित टिप्पणी पर जेडीयू ने शनिवार को खुलकर राजद पर हमला बोला है. कांग्रेस के साथ साथ अब जदयू भी रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताने वाले मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ मजबूती के साथ खड़ी हो गयी है.
सुधाकर सिंह और चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई हो
रामचरितमानस के विवाद को लेकर जदयू और राजद नेता आमने सामने आ गसे हैं. शनिवार को एक ओर जहां जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने पटना के विभिन्न हनुमान मंदिरों में मानस पाठ किया है, तो वहीं दूसरी तरफ जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने खुले तौर पर कह दिया है कि राजद के नेता भाजपा को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. सुधाकर सिंह और चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना, इस बात को साबित करता है.
इन मुद्दों का सीधा फायदा भाजपा को
उपेंद्र कुशवाहा ने खुले तौर पर कहा कि राजद के लोग भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं. रामचरितमानस के विषय पर बात करने का मतलब है कि राजद नेता अब खुले तौर पर भाजपा की पिच पर जाकर उनके लिए खेल रहे हैं. इन मुद्दों का सीधा फायदा भाजपा को पहुंच रहा है. उन्होंने जिस विषय पर कहा, उस पर बहस होगी, तो वो एजेंडा भाजपा का होता है. ये तो भाजपा का मैदान में जाकर उनकी पिच पर खेलने जैसा हो गया.
राजद वाले कहीं अंदरखाने भाजपा से मिले हुए तो नहीं
उपेंद्र कुशवहा ने कहा कि भाजपा के लिए राजद के लोग ऐसे बयान दे रहे हैं. कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने खुद कहा है कि सुधाकर सिंह का बयान भाजपा के अनुकूल है. सुधाकर सिंह बोलें या शिक्षा मंत्री चंद्रशेखऱ बोलें, इसपर राष्ट्रीय जनता दल को कार्रवाई करनी चाहिए. ऐसे नेताओं पर कार्रवाई नहीं होना सबसे दुख की बात है. ऐसी परिस्थिति में इन लोगों की बयानबाजी पर रोक क्यों नहीं लग रही है. जनता को आशंका रहती है कि राजद वाले कहीं अंदरखाने भाजपा से मिले हुए तो नहीं हैं.
सार्वजनिक बयानबाजी न करने की नसीहत
इधर, राष्ट्रीय जनता दल ने उपेंद्र कुशवाहा को सार्वजनिक बयानबाजी न करने की नसीहत दी है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शनिवार को कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को इस विषय पर बात करनी है तो वे राजद के शीर्ष नेतृत्व यानी लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से बात कर लें. उन्हें मीडिया के माध्यम से बातें नहीं करनी चाहिए. तिवारी ने कहा कि महागठबंधन सरकार की स्थिति ऑल इज वेल है, भगवान श्रीराम सभी के आराध्य हैं और उनके जीवन दर्शन को अपने चरित्र में उतारना चाहिए.