जगदानंद सिंह के नाराजगी पर RJD का बयान, प्रवक्ता बोले- सब कुछ ठीक है, ये बेबुनियाद और काल्पनिक बातें हैं
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, एक बार फिर से राजद के प्रदेश कार्यालय लौटेंगे. गुरुवार की शाम उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से करीब एक घंटे तक मुलाकात की. वहीं, नाराजगी के बात को राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बेबुनियाद और काल्पनिक बताया है.
पटना. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह इन दिनों सुर्खियों में हैं. जगदानंद सिंह राजद में नाराज चल रहे थे. अब सब कुछ ठीक होने की बात कही जा रही है. वहीं, जगदानंद सिंह की नाराजगी के मामले को राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बेबुनियाद और काल्पनिक बताया है.
अस्वस्थता की वजह से पार्टी कार्यालय नहीं आ रहे थे- चित्तरंजन गगन
चित्तरंजन गगन ने कहा कि ऐसी खबरों का कोई आधार नहीं है. यह बात सही है कि अस्वस्थता की वजह से वे पिछले कुछ दिनों से पार्टी कार्यालय नहीं आ रहे हैं. पर समय- समय पर दूरभाष के माध्यम से वे पार्टी पदाधिकारियों को दिशा निर्देश देते रहे हैं. और आवश्यकतानुसार पार्टी पदाधिकारी भी उनका मार्गदर्शन लेते रहे हैं. वहीं, उन्होंने आगे कहा कि जहां तक दिल्ली जाने का सवाल है तो इसके पीछे कोई राजनीतिक निहितार्थ नहीं था. बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद अपना इलाज कराने सिंगापुर जा रहे हैं और ऐसी स्थिति में उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना और कुशल क्षेम के लिए मिलना एक महत्वपूर्ण मानवीय शिष्टाचार है.
वे राष्ट्रीय अध्यक्ष के सबसे विश्वसनीय सहयोगी हैं- राजद प्रवक्ता
आगे चित्तरंजन गगन ने कहा कि राजद के स्थापना काल से उसे सींच कर आज सत्ता में पहुंचाने में जगदानंद सिंह की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रही है. किसी पद पर नहीं रहने के बावजूद पार्टी के हर नीतिगत फैसले में उनकी भूमिका रही है. वे राष्ट्रीय अध्यक्ष के सबसे विश्वसनीय सहयोगी रहे हैं और उसी रूप में आज भी हैं. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव उन्हें अपने अभिभावक के रूप में सम्मान देते हैं. जगदानंद सिंह अपने नीति और सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया और आवश्यकता पड़ने पर अपने बेटे का खिलाफत करने में भी नहीं हिचके.
अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे जगदानंद सिंह
बता दें कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, एक बार फिर से राजद के प्रदेश कार्यालय लौटेंगे. गुरुवार की शाम उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से करीब एक घंटे तक मुलाकात की. उनकी यह मुलाकात शाम छह बजे के आसपास हुई. लालू प्रसाद की मुस्कराहट मात्र से उनके सारे गिले-शिकवे दूर हो गये और उनकी नाराजगी भी दूर हो गयी है. दरअसल लालू प्रसाद ने उन्हें फोन कर के मिलने के लिए बुलाया था. लालू प्रसाद ने वरिष्ठ नेता से और भी कई मुद्दों पर बातचीत की.