Dr JJ Irani के कहने पर RJD सुप्रीमो लालू यादव ने डॉ अजय को पूर्वी सिंहभूम का एसपी किया था नियुक्त
RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और टाटा स्टील के पूर्व एमडी डॉ जेजे ईरानी के बीच गहरी दोस्ती थी. उस वक्त जमशेदपुर की विधि-व्यवस्था खराब थी. इसको देखते हुए डॉ ईरानी ने लालू यादव से IPS डॉ अजय कुमार की पोस्टिंग की मांग की थी.
Dr JJ Irani Death: टाटा स्टील के पूर्व एमडी डॉ जेजे ईरानी (Dr JJ Irani) की बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के साथ गहरी दोस्ती थी. जमशेदपुर की खराब विधि-व्यवस्था को लेकर बिहार (तब बिहार-झारखंड संयुक्त) के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से डॉ ईरानी ने मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान ही उन्होंने जमशेदपुर में तेज तर्रार IPS डॉ अजय कुमार की पोस्टिंग करने की मांग की थी. इसके बाद डॉ अजय कुमार को पूर्वी सिंहभूम का एसपी बनाकर भेजा गया था. उस समय को आज भी शहर के लोग याद करते हैं.
डॉ जेजे ईरानी ने इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पर दी थी रिपोर्ट
बिहार में निवेशकों को आगे लाने के लिए मुख्यमंत्री रहते लालू प्रसाद यादव ने IAS जीएस कंग और डॉ जेजे ईरानी के नेतृत्व में औद्योगिक आयोग (industrial commission) का गठन किया था. आयोग के चेयरमैन के तौर पर डॉ जेजे ईरानी ने बिहार सरकार को इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पर रिपोर्ट दी थी.
पारसियों के लिए शुरू की थी जीजी ईरानी क्रिकेट ट्रॉफी
पारसी समुदाय को आपस में जोड़ने और समाज के लड़के-लड़कियों के मेल-मिलाप के लिए पारसी क्रिकेट टूर्नामेंट ”जीजी ईरानी ट्रॉफी” की शुरुआत डॉ जेजे ईरानी ने की थी. देश के पांच स्थानों पर आयोजन ने वाले इस टूर्नामेंट के शुरुआत की कहानी भी दिलचस्प है. डॉ जेजे ईरानी के पिता जीजी ईरानी क्रिकेट के काफी शौकीन थे. उनकी याद में इस टूर्नामेंट का आयोजन डॉ जेजे ईरानी ने शुरू कराया. यह अब पारसियों को जोड़ने का एक बेहतर माध्यम बन गया है. टूर्नामेंट की शुरुआत 1978 में हुई थी. पहले पारसी समुदाय की पांच टीमें एक-दूसरे के घर में जाकर अकेले-अकेले मैच खेला करती थी. स्वर्गीय जीजी ईरानी उत्साही खिलाड़ी होने के साथ-साथ विभिन्न शहरों के पारसी समुदायों (युवा एवं बुजुर्ग) के बीच आपसी सौहार्द और मेलजोल को बढ़ावा देने के प्रति समर्पित थे. इस टूर्नामेंट की शुरुआत उनकी पत्नी स्वर्गीय खोर्शेद ईरानी, पुत्री डायना आर होरमुजजी और उनके पुत्र डॉ जमशेद जे ईरानी (पूर्व एमडी, टाटा स्टील और पूर्व चेयरमैन, टाटा संस) ने की थी.
जेजे ईरानी के दान के सिक्कों से बना संग्रहालय
लौहनगरी अपनी कई विशिष्टताओं के लिए जाना जाती है, जिसमें यहां का सिक्का संग्रहालय भी शामिल है. झारखंड-बिहार में ऐसा संग्रहालय नहीं है. यह देश का इकलौता निजी सिक्का संग्रहालय है. इसकी विशेषता यह भी है कि यह दान के सिक्कों से शुरू हुआ और आज भी चल रहा है. साकची स्ट्रेट माइल रोड स्थित संग्रहालय का उद्घाटन टाटा स्टील के तत्कालीन सीओओ (चीफ ऑपरेटिंग आफिसर) हेमंत एम नेरुरकर ने 29 अप्रैल, 2009 को किया था. संग्रहालय की परिकल्पना छह मार्च, 1994 को की गई थी.