Bihar News: औरंगाबाद में साला-बहनोई को अनियंत्रित कार ने रौंदा, दोनों की मौत, मुआवजे को लेकर प्रदर्शन
औरंगाबाद में एक तेज रफ्तार अनियंत्रित कार ने साला-बहनोई को हाइवे पर रौंद दिया. दोनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम किया.
Bihar News: औरंगाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 19 (पहले एनएच दो) पर बारुण थाना क्षेत्र के बर्डी मोड़ के समीप वाहन का इंतजार कर रहे है साला-बहनोई को एक अनियंत्रित कार ने रौंद दिया,जिससे घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गयी. घटना गुरुवार की सुबह साढ़े दस बजे के करीब की है. मृतकों में ओबरा प्रखंड के चपरा गांव निवासी अखिलेश राम और बारुण थाना क्षेत्र के पिठनुआ गांव निवासी ललन राम शामिल है. पता चला कि अखिलेश ललन का बहनोई था.
तेज रफ्तार अनियंत्रित कार ने रौंदा
मिली जानकारी के अनुसार 15 दिन पहले ललन राम के भाई गुडडू राम की मौत हो गयी थी. मुआवजा को लेकर कागजी प्रक्रिया का दौर चल रहा था. सुबह-सुबह दोनों साला -बहनोई मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए औरंगाबाद जाने वाले थे. बर्डी मोड़ के समीप औरंगाबाद जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे. इसी क्रम में बारुण की ओर से तेज रफ्तार में जा रही एक अनियंत्रित कार दोनों को रौंदते हुए पास के नाला में गिर गयी. इस घटना में अखिलेश और ललन की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी,जबकि कार सवार खैरा गांव निवासी शुभम कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया. कुछ लोगों के सहयोग से उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
घटना के विरोध में एनएच जाम
इधर घटना की सूचना पर मृतक के परिजन और गांव वाले बदहवास हालत में बर्डी मोड़ पहुंचे तथा स्थिति देखते ही आक्रोशित हो गये. चंद मिनट में सैकड़ों लोगो की भीड़ लग गयी. आक्रोशितों ने घटना के विरोध में एनएच को जाम कर दिया. नारेबाजी करते हुए आगजनी शुरू कर दी.
Also Read: पटना में कान का इलाज कराने गयी युवती को कटवाना पड़ा हाथ, अस्पताल की एक लापरवाही से जिंदगी बनी बोझ
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही बारुण थानाध्यक्ष कमलेश पासवान,सीओ मनोरमा कुमार दल बल के साथ पहुंचे और घटना की छानबीन करते हुए आक्रोशितों को समझाने का प्रयास किया,लेकिन आक्रोशित घटनास्थल पर ही मुआवजा के रूप में 50 लाख रुपये की मांग करते रहे.
मुआवजे को लेकर हंगामा
आक्रोश का दौर चार घंटे तक चला. कई बार अधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की.जाम स्थल पर मौजूद जिला पार्षद प्रतिनिधि धनंजय सिंह, मुखिया प्रतिनिधि मंजीत कुमार आदि समाजसेवियों ने पुलिस के साथ मिलकर आक्रोशितों को समझाया.
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा
सीओ द्वारा बताया गया कि सरकारी नियमानुसार मुआवजा का भुगतान होगा. जैसे-तैसे पदाधिकारी आक्रोशितों को समझाने में सफल रहे. इसके बाद औरंगाबाद में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया.
(इनपुट: औरंगाबाद से सुजीत सिंह)
Published By: Thakur Shaktilochan