पटना. राज्य के सभी कॉलेजों में सड़क सुरक्षा एंबेसडर होंगे, जो युवाओं को लहरिया कट से बचने की नसीहत देंगे. परिवहन विभाग ने राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में युवाओं की मौत को देखते हुए यह निर्णय लिया है. अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ कॉलेजों में एंबेसडर का चयन हुआ है, लेकिन विभाग शत – प्रतिशत इसे सुनिश्चित करने में लग गया है. इस काम में शिक्षा विभाग की भी सहायता ली जायेगी.
दरअसल राज्य में हो रही सड़क दुर्घटना में युवाओं के मौत की संख्या सबसे अधिक होती है. विशेषकर दो पहिया वाहन चालकों में आधे से अधिक युवा ही होते हैं.घर के युवा सदस्यों के असमय इस दुनिया से जाने का गम किसी परिवार को ना मिले, परिवहन विभाग इस कवायद में जुटा है.
युवाओं की सबसे अधिक भागीदारी कॉलेजों में होती है. इसलिए विभाग ने हर कॉलेज में सड़क सुरक्षा एंबेसडर बनाने का निर्णय लिया है. यह एंबेसडर के रूप में चुने जाने वाले युवा न केवल अपने कॉलेज या क्लास में, बल्कि समाज में भी युवाओं को सड़क दुर्घटना के प्रति जागृत करते नजर आयेंगे.
विभागीय अधिकारियों के अनुसार राज्य के 326 कॉलेजों में 221 सड़क सुरक्षा नोडल पदाधिकारी का चयन किया जा चुका है, जबकि शेष 105 कॉलेजों में नोडल पदाधिकारी व सड़क सुरक्षा एंबेसडर का चयन होना बाकी है. वहीं, छपरा व मुजफ्फरपुर के सभी कॉलेजों में नोडल पदाधिकारी व एंबेसडर का चयन होना बाकी है. मौजूदा वित्तीय वर्ष में इस कार्य को पूरा कर लिया जायेगा.
सड़क दुर्घटना से संबंधित सभी जानकारी मुहैया कराने के लिए परिवहन विभाग एक समर्पित वेबसाइट बनायेगा. इस वेबसाइट पर दुर्घटनाओं से संबंधित आंकड़ों के अलावा सड़क सुरक्षा से संबंधित नारा व स्लोगन मौजूद रहेंगे.दुर्घटना में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाले बेहतर नागरिकों के बारे में भी इस वेबसाइट पर जिक्र रहेगा. वहीं, हर साल होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर एक पुस्तिका का भी प्रकाशन किया जायेगा, जिसे स्कूल व कॉलेजों में भी वितरित किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha