Bhagalpur: दुर्गा पूजा में रात में घूमने निकलें तो जरा संभलकर, जान लें वजह नहीं तो झेलनी पड़ेगी परेशानी
Durga puja bhagalpur: दुर्गा पूजा में यदि रात में घूमने निकलें, तो जरा संभलकर. घूमने जाने के लिए आपको ज्यादा सावधानी बरतनी होगी. दरअसल, शहर के अलग-अलग इलाकों की सड़कें दयनीय स्थिति में है. यही नहीं, गली और मुहल्लों की सड़कें तो और ज्यादा खराब है.
भागलपुर: दुर्गा पूजा में यदि रात में घूमने निकलें, तो जरा संभलकर. घूमने जाने के लिए आपको ज्यादा सावधानी बरतनी होगी. दरअसल, शहर के अलग-अलग इलाकों की सड़कें दयनीय स्थिति में है. यही नहीं, गली और मुहल्लों की सड़कें तो और ज्यादा खराब है. लगातार हो रही बारिश ने सड़क की हालत और ज्यादा खराब कर दी है.
क्षतिग्रस्त सड़कों को नहीं किया जा सका दुरुस्त
पाइप लाइन बिछाने के लिए साल भर पहले से काटी गयी सड़क की रिपेयरिंग त्योहारी सीजन से पहले नहीं करायी जा सकी है. काम कम और बहानेबाजी के कारण यह अभी भी चलने लायक नहीं है. कई जगहों की सड़कें ऐसी है कि दोनों किनारे से काटने से बीच का हिस्सा रैंप बनकर गया है.
विक्रमशिला सेतु पर भी बड़े-बड़े गड्ढे
कोसी क्षेत्र को भागलपुर से जोड़ने वाले 4.7 किलोमीटर लंबे विक्रमशिला सेतु पर बने बड़े-बड़े गड्ढों से खतरा हो गया है. गहरे गड्ढों से भारी वाहनों के गुजरने से पुल के जोड़ और पायों पर दबाव बढ़ता जा रहा है. सेतु के ज्वाइंट्स, उसके रड और एंगल के कमजोर होकर टूटने का खतरा बढ़ गया है. पुल पर बने असंख्य छोटे-बड़े गड्ढों के कारण ट्रकों के गुल्ले अक्सर टूटते रहते हैं. वहीं, खुले ढक्कन से गाड़ियों के पलटने का भी खतरा बना है. आये दिन कई किलोमीटर लंबा जाम लग जा रहा है. देखरेख और रखरखाव नहीं होने के कारण पुल दिनों-दिन जर्जर होता जा रहा है. दरार पर कार्बन प्लेट चिपाकाने से यह सेतु ऐसे भी बेहद कमजोर है.
दुरुस्त होनी चाहिए थी पुल व सड़कों की हालत
कोरोना महामारी से दो साल तक पूजा का भव्य आयोजन नहीं हो सका था. इस बार किसी तरह की कोई अड़चन नहीं है. लोगों में पूजा का उत्साह है. भव्य पंडाल बनाये जा रहे हैं. श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. यह देख विक्रमशिला सेतु व सड़कों की हालत दुरुस्त होनी चाहिए थी मगर ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया. दो दिन बाद श्रद्धालु मां दुर्गा के दर्शन को निकलने लगेंगे. भक्तों का हुजूम निकलेगा और स्थिति यह रहेगी कि गड्ढों में तब्दील सड़कों से होकर पंडाल तक जाना होगा.
विक्रमशिला सेतु के मेंटेनेंस के लिए अबतक नहीं मिला परमिशन
विक्रमशिला सेतु एनएच विभाग को हैंड ओवर किया गया है. इसका मेंटेनेंस एनएच विभाग को ही कराना है. बीते दिनों एनएच के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अनिल कुमार सिंह ने सेतु की जर्जर स्थिति का जायजा भी लिया है. उन्होंने खुद स्वीकार किया है कि कई जगहों पर उन्हें ढक्कन खुले मिले और रेलिंग क्षतिग्रस्त दिखा. उन्होंने बताया कि नवगछिया-भागलपुर नया पथ एनएच-131(बी) एवं सेतु के मेंटेनेंस कार्य का एस्टिमेट मिनिस्ट्री को भेजा गया है मगर, अबतक मंजूरी नहीं मिली है.
पूजा के बाद दुरुस्त होगी शहर की सड़कें
पाइपलाइन बिछाने के लिए काटी गयी सड़कें अब पूजा के बाद दुरुस्त होगी. जितना काम होना था वह हो गया. वर्तमान में पथ निर्माण विभाग और बुडको की कार्य एजेंसी सड़कों को दुरुस्त कर रही है. यह एक साल से कोशिश में लगी है कि किसी तरह से सड़क दुरुस्त हो जाये मगर, यह मुमकिन नहीं हो सका है. इससे लोग परेशान है.
जिरोमाइल टू मिर्जाचौकी हाइवे निर्माण के लिए तैयार रहने का मिला निर्देश
तकरीबन आठ माह पहले बहाल ठेका एजेंसी ही जिरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच कंक्रीट का हाइवे निर्माण करायेगी. एनएच विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बड़ी मुश्किल से फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए राशि जमा करायी गयी है. काम कराने का परमिशन एक सप्ताह में मिल जायेगा. उन्होंने बताया कि हाइवे निर्माण के लिए तैयारी करने का निर्देश मिला है. दुर्गापूजा के बाद काम शुरू होगा. करीब 450 करोड़ की लागत से काम होना है. जीरोमाइल से सबौर ब्लॉक तक 12 मीटर और वहां से मिर्जाचौकी तक 10 मीटर सड़क चौड़ी होगी. तकरीबन 60 किलोमीटर लंबी सड़क 13 इंच ऊंची पीसीसी बनेगी. डेढ़-डेढ़ मीटर का दोनों तरफ नाला का भी निर्माण होगा.