बिहार में हादसेवाली जगहों की पहचान करेंगे आइआइटी और एनआइटी के छात्र, होगा सड़कों का ऑडिट

ऑडिट एक मार्च से शुरू होकर एक जून तक चलेगा, जिससे नये दुर्घटना वाले इलाके और उन जगहों की पहचान होगी. जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं. परिवहन विभाग के मुताबिक ऑडिट सड़क सुरक्षा के तहत होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 23, 2024 5:05 PM

पटना. राज्य में सड़कों की ऑडिट करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें आइआइटी पटना एवं कानपुर सहित पटना एनआइटी के छात्र रहेंगे. ऑडिट एक मार्च से शुरू होकर एक जून तक चलेगा, जिससे नये दुर्घटना वाले इलाके और उन जगहों की पहचान होगी. जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं. परिवहन विभाग के मुताबिक ऑडिट सड़क सुरक्षा के तहत होगा.

आम लोगों से भी लिया जायेगा फीडबैक

विभाग ने जिलों को दिशा-निर्देश दिया है कि ऑडिट में छात्रों आमलोगों से फीडबैक लेंगे और तकनीकी रूप से उन सभी जगहों की रिपोर्ट बनायेंगे. जहां दुर्घटना पिछले पांच वर्षों में अधिक हुई है. वहां के लोगों से मिले फीडबैक पर ही आगे का काम होगा, ताकि दुर्घटनाएं कम हो सकें.

छोटी-छोटी बातों का रखा जायेगा ध्यान

परिवहन अधिकारियों ने कहा कि चार माह तक चलने वाले ऑडिट में नये दुर्घटना वाले इलाकों में सड़क सुरक्षा के तहत काम होगा. छात्रों के ऑडिट में उन छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखा जायेगा, जिससे दुर्घटनाएं कम- से- कम हो.

गाड़ियों की संख्या के आधार पर बनेंगे नये रूट

ऑडिट के बाद शहरों की ट्रैफिक रूटों में भी बदलाव होगा. बड़ी गाड़ियां और छोटी गाड़ियां किन-किन सड़कों पर चलेंगी, इसको लेकर जिला स्तर पर यातायात नियमों में बदलाव होगा, जिससे लोगों का आवागमन और बेहतर हो सके.

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सड़क दुर्घटनाओं में 13.1 प्रतिशत की वृद्धि

वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में बिहार में सड़क दुर्घटनाओं में 13.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. 56 फीसदी दुर्घटनाओं में तेज रफ्तार के कारण हादसे हुये, जिसमें 4,868 लोगों की मौत हुई, जबकि 34.7 प्रतिशत दुर्घटनाएं खतरनाक और लापरवाह से वाहन चलाने के कारण हुये.

शराबबंदी के बाद कम हुए थे मामले

राज्य में शराब के नशे में गाड़ी चलाने के दौरान हुई दुर्घटनाओं में 43 लोगों की जान चली गई. बिहार में अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था, जिसके तहत शराब के निर्माण, बिक्री या खपत पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

2022 में धार्मिक स्थलों के पास सर्वाधिक दुर्घटना

2022 में बिहार के विभिन्न जिलों में शहरी क्षेत्रों के धार्मिक स्थलों के पास हुई दुर्घटनाओं में कुल 737 (पुरुष 536 और महिला 201) लोगों की जान चली गई. यह भी पूरे देश में सर्वाधिक है. इसके बाद उत्तर प्रदेश (487), मध्य प्रदेश (308), महाराष्ट्र (284), तेलंगाना (278) का स्थान आता है.

सड़क दुर्घटना के मामलों में बिहार देश में 13वें स्थान पर

पूरे बिहार में 2022 में दर्ज 10,801 सड़क दुर्घटनाओं में कुल 8,898 लोगों की मौत हो गई और 7,068 लोग घायल हुये, जबकि 2021 में 9,553 दुर्घटनाएं दर्ज की गई थीं. सड़क दुर्घटना के मामलों में बिहार देश में 13वें स्थान पर रहा, जबकि 2021 में यह 15वें स्थान पर था.

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