गया में मशीनों से होगी सड़कों की सफाई, एजेंसी को दी गयी जिम्मेदारी
Gaya: गया शहर में सड़कों की साफ-सफाई के लिए स्वीपिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए नगर निगम ने इसकी जिम्मेदारी भी एक एजेंसी को दे दी है.
गया: नगर निगम की ओर से शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है. इसकी जिम्मेदारी एक एजेंसी को दी गयी है, जिसकी तरफ से मशीनों के सहारे शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है. जानकारी के अनुसार, शहर में करीब 50 किलोमीटर सड़क की सफाई के लिए पांच मशीनें एजेंसी लायेगी. एक स्वीपिंग मशीन 10 किलोमीटर रोड की सफाई व धुलाई करेगी. इसके अलावा डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की जिम्मेदारी एजेंसी को पहले ही दे दी गयी है. अब तक यहां की सड़कों पर सफाई कर्मचारी हाथ से ही झाड़ू लगाते थे. निगम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह झाड़ू देना शुरू होने पर दोपहर तक झाड़ू ही पड़ता रहता था. ऑफिस, पूजा करने व बाजार जाने वाले लोगों को झाड़ू से उड़ने वाला धूल का सामना करना पड़ता था. अब देर रात से सफाई शुरू करने की कोशिश निगम की ओर से होगी, ताकि लोगों के उठने से पहले बड़े शहरों की तरह सफाई को समाप्त कर लिया जाये.
वार्डों के बीच आयोजित होगी स्वच्छता प्रतियोगिता
विभाग की ओर से वार्डों के बीच स्वच्छता प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्देश दिया गया है. यह प्रतियाेगिता हर माह आयोजित की जायेगी. इसमें पूर्णत: डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, कचरा प्रबंधन, घरों व समुदाय में कंपोस्टिंग की संख्या बढ़ाने, प्लास्टिक व एक पॉलीथिन का पूर्णत: उपयोग न होना, खुले में शौच करना, कचरा फेंकना आदि बंद होना. इसके साथ ही शौचालयों की जानकारी गूगल मैप पर डालना, सफाई को लेकर दीवार पेंटिंग, शौचालयों को दर्शाने वाला साइनेज आदि को अंकित करना प्रतियोगिता में शामिल किया गया है. विभाग की ओर से बताया गया है कि यह सब कुछ पूरा करने पर स्वच्छता सर्वेक्षण में 320 अंक पाया जा सकता है.
अब तक किये गये कई दावे हो चुके हैं फेल
हालांकि, अब तक किये गये दावे फेल होने के चलते लोगों को भरोसा नहीं हो रहा है. लोगों का कहना है कि निगम की ओर से कुछ वर्ष पहले भी शहर की सड़कों की सफाई के लिए स्वीपिंग मशीन खरीदी गयी थी. इसमें एक छोटी व एक बड़ी मशीन शामिल थी. कुछ दिनों तक मशीन से सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी. अब एक एजेंसी को सफाई की जिम्मेदारी दी जा रही है. निगम से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार निगम अपने हाथ में कोई काम करने की जिम्मेदारी न लेकर एजेंसी को सारा भार दे दिया है. निगम की ओर से सिर्फ मॉनीटरिंग होगी. मॉनीटरिंग के लिए विभाग की ओर से दो स्वच्छता पदाधिकारियों की तैनाती की गयी है. अब तक स्वच्छता पदाधिकारी अपने जिम्मे के काम को अंजाम तक पहुंचाया है. अंदरूनी तौर पर बहुत कुछ बदलाव भी आ गया है.
आनेवाले दिनों में दिखेगी बेहतर व्यवस्था
यहां सफाई की जिम्मेदारी की कमान एजेंसी के संभालने के बाद स्थिति में सुधार होगा. अब तक ज्यादातर काम मैनुअल किया जा रहा था. मशीन के माध्यम से काम को आसान बनाया जायेगा. मशीन की टेस्टिंग कर ली गयी है. परिणाम बेहतर मिले हैं. सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए लोगों का सहयोग अत्यंत जरूरी है. इसके बिना इस अभियान को पूर्णत: सफल नहीं बनाया जा सकता है. (मोनू कुमार, सफाई पदाधिकारी, नगर निगम)