पटना: कम वेतन मिलने से नाराज थी महिला बैंककर्मी, बनाई रिकवरी अफसर के घर डाका डालने की योजना, फिर…
विशेष टीम ने जब जांच शुरू की, तो सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में दो अपराधियों की तस्वीर मिल गयी, जो घर के आसपास खड़े थे. इसमें से एक बच्चन था. चूंकि इसके खिलाफ पहले से भी पटना सिटी के बाइपास थाने में डकैती के मामले दर्ज थे और वह जेल जा चुका था. इसके कारण उसकी पहचान तुरंत कर ली गयी.
पटना के जक्कनपुर थाने के इंदिरा नगर रोड नंबर तीन में रहने वाले माेकामा में ट्रेजरी गार्ड प्रदीप कुमार से हथियार के बल पर 31 मई को सरकारी पिस्टल व 12 कारतूस की लूट के मामले का पटना पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस मामले में एक बैंक में कार्यरत महिलाकर्मी समेत आठ अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया और सरकारी पिस्टल व कारतूस बरामद कर लिया. अपराधियों की गिरफ्तारी पटना सिटी व अन्य इलाकों से की गयी है. पकड़े गये लोगों में से छह का पूर्व का आपराधिक इतिहास रहा है. इन लोगों के पास से सरकारी पिस्टल के अलावा दो देसी पिस्तौल व स्कूटी भी बरामद की गयी हैं. इधर, लापरवाही के आरोप में कांस्टेबल प्रदीप कुमार को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है.
महिला को लोन रिकवरी ऑफिसर बराबर देते थे घर में मोटी रकम होने की जानकारी
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बुधवार को बताया कि महिला अपराजिता सिंह एग्जीबिशन रोड स्थित एक बैंक में काम करती है. वहां के लोन रिकवरी ऑफिसर रूपेश कुमार ने ही महिला को रखा था और वे बराबर उसे इस बात की जानकारी देते थे कि उनके घर में मोटी रकम है और उसे भी देंगे. साथ ही अपराजिता को उन्होंने 15 हजार प्रतिमाह का मेहनताना तय किया था, लेकिन सात हजार रुपये ही देते थे. इसके कारण महिला गुस्से में थी. उसने अपने करीबी मित्र गौरव को लोन रिकवरी ऑफिसर के घर में मोटी रकम होने की जानकारी दी. इसके बाद गौरव ने अपने अपराधी मित्रों के साथ ऑफिसर रूपेश के घर में डकैती की योजना बनायी. वे लोग 31 मई को गाड़ी से उस मकान में पहुंचे, जहां लोन रिकवरी ऑफिसर दूसरे तल्ले पर रहते थे. अपराजिता और गौरव लाइनर की भूमिका में थे. लेकिन ये लोग पहले तल्ले पर रहने वाले ट्रेजरी गार्ड प्रदीप कुमार के घर में घुस गये. इसके बाद प्रदीप पर ही पिस्तोल तान दी, तो वह वहां से निकल गया. इसके बाद उसके पिस्टल को इन लोगों ने ले लिया. दो अपराधी अंदर घुसे थे और बाकी अन्य बच्चन, मुन्ना, रंधीर, गौरव आदि घर के बाहर माैजूद थे. लेकिन तब तक हो-हल्ला हो गया और ये लोग वहां से भाग गये. घटनास्थल पर अपराजिता नहीं थी. मामले की जानकारी जक्कनपुर पुलिस को प्रदीप कुमार ने दी, तो सिटी एसपी संदीप सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया.
गिरफ्तार आठ में से छह पर पहले से है केस दर्ज
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गये आठ में से छह पर पहले से ही आपराधिक केस दर्ज हैं. मुक्कू व मुन्ना पर पांच-पांच केस दर्ज हैं. मुकेश उर्फ मुक्कू पर बाइपास, चाैक, खाजेकलां थाना में चाेरी, लूट व लूट के केस दर्ज हैं. जबकि मुन्ना पर खाजेकलां थाना में चार केस हैं. सन्नी पर बाइपास व चाैक थाने में दाे, बच्चन पर बाइपास थाने में एक, रमेश पर चाैक थाना में एक, रंधीर पर गाेपालपुर और खाजेकलां थाने में तीन केस दर्ज हैं. इन सभी के खिलाफ में आर्म्स एक्ट व लूट का एक और मामला पत्रकार नगर थाने में दर्ज किया गया है. कांस्टेबल प्रदीप कुमार की लापरवाही सामने आयी है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
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बच्चन की सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से हुई पहचान और पकड़ा गया
इधर, विशेष टीम ने जब जांच शुरू की, तो सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में दो अपराधियों की तस्वीर मिल गयी, जो घर के आसपास खड़े थे. इसमें से एक बच्चन था. चूंकि इसके खिलाफ पहले से भी पटना सिटी के बाइपास थाने में डकैती के मामले दर्ज थे और वह जेल जा चुका था. इसके कारण उसकी पहचान तुरंत कर ली गयी. इसके बाद छापेमारी कर सबसे पहले बच्चन को मेहंदीगंज थाने के रानीपुर इलाके से पकड़ा गया. बच्चन के गिरफ्तार होने के बाद उसने सारे साथियों के नामों की जानकारी दे दी और फिर पुलिस टीम ने बुधवार की देर रात पटना सिटी के आलमगंज, खाजेकलां, मेहंदीगंज व अन्य इलाकों में छापेमारी कर महिला कर्मचारी, उसके करीबी दोस्त व अन्य अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ ही सरकारी पिस्टल व कारतूस बरामद कर लिया. साथ ही घटना के दौरान इस्तेमाल की गयी देसी पिस्तौल, कारतूस व एक स्कूटी भी जब्त कर ली.