बिहार के सभी सरकारी ITI में अब होगी रोबोट, ड्रोन व 3D की पढ़ाई, देश-विदेश में व्यवसाय से जुड़ेंगे छात्र
विभाग के मुताबिक राज्य के सभी 149 आइटीआइ को अपग्रेड किया जायेगा. इसके बाद कंपनी अपने उद्योग भागीदारों के साथ 298 प्रशिक्षण कर्मियों की भी तैनाती करेगी और बेहतर उपकरणों की विधा प्रदान करेगी.
बिहार के सभी 149 सरकारी आइटीआइ में नयी तकनीक के तहत रोबोट, ड्रोन, थ्री डी की पढ़ाई शुरू हो जायेगी. इसके लिए सभी आइटीआइ को अपग्रेड किया जा रहा है. 2023 अंत तक सभी आइटीआइ में नये ट्रेड की पढ़ाई शुरू हो, इसको लेकर विभाग ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश भेजा है. विभाग ने सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्रों को सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाने के लिए टाटा से समझौता किया है. इसके बाद 60 आइटीआइ को अपग्रेड करने की कवायद चल रही है और इसी साल बाकी 89 आइटीआइ में भी काम शुरू होगा.
टाटा टेक्नोलॉजी 20 अन्य कंपनियों के साथ मिलकर कर रही काम
विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक टाटा टेक्नोलॉजी सभी सेंटर को बेहतर बनाने के लिए 20 अन्य कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि यहां से पढ़ाई करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को देश-विदेश में बेहतर नौकरी मिल सकें या वह खुद बाजार की मांग के मुताबिक व्यवसाय से जुड़ कर लोगों के नौकरियां पैदा कर सकें.
लैब और पढ़ाई को किया जायेगा बेहतर
संस्थान को सभी सुविधाओं से लैस किया जायेगा और छात्रों के लिए नया लैब भी बनाया जा रहा है. जहां छात्रों को पढ़ाई के साथ प्रैक्टिकल करने में सुविधा हो सके. जिससे छात्र अपनी अपनी विधा में निपुण हो सकें.
प्लेसमेंट में होगी सुविधा, छात्रों को मिलेगा मौका
विभाग के मुताबिक राज्य के सभी 149 आइटीआइ को अपग्रेड किया जायेगा. इसके बाद कंपनी अपने उद्योग भागीदारों के साथ 298 प्रशिक्षण कर्मियों की भी तैनाती करेगी और बेहतर उपकरणों की विधा प्रदान करेगी. टाटा टेक्नोलॉजीज का उद्देश्य है कि भविष्य के उद्योग आवश्यकताओं के अनुसार बुनियादी कार्य बल के कौशल को बेहतर करना. प्रतिभागियों को उद्योगों में प्लेसमेंट के लिए वरीयता प्राप्त करने में मदद करने के लिए एक मंच प्रदान होगा.