खाना बनाने व पीने के लिए भी खरीद रहे पानी

अन्य काम के लिए करनी पड़ रही भाग-दौड़ डेहरी कार्यालय : पंप हाउस में पाइप के फटने से 10 दिनों से शहर में पेयजलापूर्ति ठप है. बरसात के इस मौसम में जहां पूरा शहर पानी-पानी हुआ है. शहर के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे है. भला हो शहर में जार वाले पानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2017 8:24 AM
अन्य काम के लिए करनी पड़ रही भाग-दौड़
डेहरी कार्यालय : पंप हाउस में पाइप के फटने से 10 दिनों से शहर में पेयजलापूर्ति ठप है. बरसात के इस मौसम में जहां पूरा शहर पानी-पानी हुआ है. शहर के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे है. भला हो शहर में जार वाले पानी की सप्लाइ करनेवालों का जिसके कारण लोगों को पीने के पानी की अधिक दिक्कत नहीं हो रही है. लेकिन बाकी काम करने के लिए पानी की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है. इस समस्या के लिए दोषी नगर पर्षद को माना जाये या पीएचइडी को.
यह तो अनुमंडल प्रशासन तय कर सकता है, लेकिन सबसे अहम बात यह है कि मूलभूत सुविधाओं से वंचित शहर की जनता आखिर कब तक नगर पर्षद को टैक्स देते हुए चुप बैठी रहेगी. शहर में जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है.
पाइप फट जाने से लीक कर रहा पानी: शहर में पानी सप्लाइ के लिए सबसे पुरानी पानी की टंकी चौधरी मुहल्ला के पास स्थित है. उक्त टंकी की क्षमता एक लाख गैलन है. शहर में पहले इसी टंकी से पानी सप्लाइ होती थी. जनसंख्या बढ़ने के साथ बाबूगंज मुहल्ले में एक नयी टंकी स्थापित की गयी. उक्त टंकी परिसर में एक 30 हर्ष पावर का पंप सेट लगाया है.
दोनों पानी टंकियों में उक्त पंप सेट के अलावा डाॅ आरडी सिंह के आवास के पास 40 हर्ष पावर व डाॅ पाठक के क्लिनिक के पास 50 हर्ष पावर के पंप सेट से पानी की आपूर्ति होती है. डाॅ आरडी सिंह के पास स्थित पंप हाउस संख्या दो में पाइप के फट जाने से उक्त तीनों पंपों में से किसी को भी चलाये जाने से पानी लिंक करने लग रहा है. पंप हाउस के अॉपरेटर जनेश्वर सिंह ने बताया कि इस संबंध में कनीय अभियंता को 4 जुलाई को ही सूचित किया जा चुका है.

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