रेलवे ओवर ब्रिज का गार्डर गिरने से दो मजदूरों की मौत, पांच जख्मी, भागे इंजीनियर-ठेकेदार

सासाराम : शहर के आरा रेलवे गुमटी पर निर्माणाधीन ओवर ब्रिज का गार्डर अचानक बैठने से वहां काम कर रहे दो मजदूरों की मौत शनिवार की सुबह घटना स्थल पर ही हो गयी. वहीं दुर्घटना में पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गये. घायलों में तीन का इलाज एक निजी अस्पताल में तो, दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2017 7:15 PM

सासाराम : शहर के आरा रेलवे गुमटी पर निर्माणाधीन ओवर ब्रिज का गार्डर अचानक बैठने से वहां काम कर रहे दो मजदूरों की मौत शनिवार की सुबह घटना स्थल पर ही हो गयी. वहीं दुर्घटना में पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गये. घायलों में तीन का इलाज एक निजी अस्पताल में तो, दो का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. सभी मजदूर साम के विभिन्न शहर व गांव के बताये जा रहे हैं.

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरा रेलवे गुमटी पर ओवर ब्रिज के निर्माण के दौरान दिन के करीब 9 बजे रेलवे लाइन के ऊपर आरओबी का गार्डर पीलर पर रखा जा रहा था. तभी अचानक क्रेन फेल होने के कारण दक्षिणी पीलर के दोनों ओर गार्डर बैठ गया, जिसमें दोनों किनारों पर एक-एक मजदूर दब गये. पीलर के पूरबी छोर पर गार्डर के नीचे दबे आसाम के घोरपेटा जिले के बोकरीगुरी गांव निवासी 21 वर्षीय लानसन मांडुला की मौत चंद मिनटों में हो गयी. वही पीलर के पश्चिमी छोर पर कमर से नीचे गार्डर में तबने के कारण करीब डेढ़ घंटे बाद उसी गांव का निवासी 25 वर्षीय साईंदुल्लाह अंसारी की मौत हो गयी. इस दुर्घटना में आसाम के बरपट्टा जिले के औराईगुरी गांव निवासी 26 वर्षीय रफिकुल्लाह, 22 वर्षीय इमाम अली, 25 वर्षीय सैजुल इस्लाम व 20 वर्षीय जूल हसन तथा पंजाब के अमृतसर निवासी 35 वर्षीय अवतार सिंह(वेल्डर) घायल हो गये हैं. अवतार सिंह, जूल हसन व इमाम अली का इलाज शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. वही रफिकुल्लाह व सैजुल इस्लाम का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.

घटना के बाद अफरा-तफरी मच गयी. घटना स्थल पर मृतक साईंदुल्लाह अंसारी के भाई आदिल और साथी मजदूरों के चिख-पुकर व रोने की आवाज से माहौल गमगीन हो गया. मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर ने आदिल को सांत्वना दे समझाने के साथ मजदूरों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया. जिला प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी घायलों को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल भेजने में जुट गये. रेल प्रशासन, आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी व बल घटना स्थल पर बचाव कार्य में जुटे रहे. लेकिन, गार्डर इतना भारी था कि वह लोगों के बस का नहीं था. घटना के करीब चार घंटे बाद पहुंचा एक क्रेन गार्डर को नहीं उठा सका. इसके बाद दूसरा क्रेन मंगाया गया. मौके पर करीब एक बजे डीआरएम किशोर कुमार पहुंचे. उनके आने पर बचाव कार्य में तेजी आ गयी. इस घटना का प्रभाव रेलवे के परिचालन पर पड़ा. ग्रैंकार्ड लाइन से होकर गुजरने वाली कई गाड़ियों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया. जिसके कारण यात्रियों को असुविधा हुई. आरा गुमटी स्थित निर्माणाधिन रेलवे ब्रिज पर घटना के बाद मजदूरों के आक्रोश से बचने के लिए कम्पनी के ठेकेदार व इंजीनियर भाग निकले.

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