बेतरतीब खड़े वाहनों पर चला नप का डंडा
लोगों ने कहा खानापूर्ति कर रहा है प्रशासन, सब मिलीभगत है सासाराम : जैसे-जैसे स्वतंत्रता दिवस की तारीख नजदीक आती जा रही है, स्वच्छता अभियान को लेकर नगर पर्षद की बेचैनी बढ़ती जा रही है. इसी क्रम में मंगलवार को नगर पर्षद ने पुरानी जीटी रोड के किनारे अवैध रूप से खड़े रहने वाले वाहनों […]
लोगों ने कहा खानापूर्ति कर रहा है प्रशासन, सब मिलीभगत है
सासाराम : जैसे-जैसे स्वतंत्रता दिवस की तारीख नजदीक आती जा रही है, स्वच्छता अभियान को लेकर नगर पर्षद की बेचैनी बढ़ती जा रही है. इसी क्रम में मंगलवार को नगर पर्षद ने पुरानी जीटी रोड के किनारे अवैध रूप से खड़े रहने वाले वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया. अभियान करगहर मोड़ से धर्मशाला मोड़ तक चलाया गया. इस दौरान सड़क के दोनों तरफ बेतरतीब खड़े वाहनों के पहियों की हवा निकाल दी गयी. नगर पर्षद की टीम कार्रवाई करने के लिए जैसे ही करगहर मोड़ पर पहुंची.
वहां अवैध रूप से खड़े वाहन चालकों में अफरा-तफरी मच गयी. सभी अपने अपने वाहन लेकर इधर-उधर भागने लगे. जिन वाहनों में कोई नहीं था टीम ने उनके पहियों की हवा निकाल दी. वाहन चालकों पर कार्रवाई होते देख सड़क के किनारे दुकान लगाये ठेले खोमचे वाले भी भाग गये.गौरतलब है कि अवैध पार्किंग एवं अतिक्रमण के कारण पुरानी जीटी रोड पर सर्किट हाउस से लेकर बौलिया मोड़ तक रोज जाम लगा रहता है. जाम के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. जिले के तमाम बड़े कार्यालय, सर्किट हाउस मोड़ से लेकर धर्मशाला चौक के बीच ही स्थित है.
जिला जज से लेकर जिलाधिकारी तक का कार्यालय इसी बीच है. तमाम बड़े बैंक, पोस्ट ऑफिस, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन यहां तक की मुफस्सिल थाना भी इसी बीच अवस्थित है, बावजूद इसके सड़क पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा कायम रहता है. कई बार तो ये बड़े अधिकारी भी घंटों जाम में फंसे रहते हैं फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है. नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि उक्त कार्रवाई,वैसे तो रूटीन वर्क का हिस्सा है लेकिन फिलवक्त स्वतंत्रता दिवस को लेकर ज्यादा तरजीह दी जा रही है.
कार्रवाई तब तक चलती रहेगी जब तक शहर पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त नहीं हो जाता. नगर पर्षद की कार्यवाही पर आम लोगों का कहना है कि पर्षद की कार्रवाई महज खानापूर्ति है. जब-जब उच्चाधिकारियों का दबाव पड़ता है या कोई पर्व त्योहार आता है,नगर पर्षद द्वारा अतिक्रमणकारियों व नो पार्किंग में खड़े वाहनों के खिलाफ दिखावे की कार्रवाई की जाती है.
नगर पर्षद की टीम कार्रवाई करते हुए जैसे जैसे आगे बढ़ती जाती है पीछे से अतिक्रमणकारी पुन: अपनी अपनी दुकान लगा लेते है. लोगों की माने तो अतिक्रमणकारियों एवं प्रशासन की मिलीभगत से ही संभव है. जिसके एवज में प्रशासन को मोटी कमाई होती है कई सफेदपोश लोग अतिक्रमणकारियों व प्रशासन के बीच मध्यस्था का काम करते हैं व खुद को जनता का हितैषी बताते हैं.