बुजुर्गों की सेवा से बढ़ कर कोई सेवा नहीं

विश्व बुजुर्ग दिवस के मौके पर आयोजित हुआ कार्यक्रम डेहरी. विश्व बुजुर्ग दिवस के मौके पर शहर व आसपास के प्रखंडों में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. राष्ट्रीय सीनियर सिटीजन एसोसिएशन व पेंशनर समाज के द्वारा संयुक्त रूप से शहर के मोहन बीघा स्थित कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर विक्रमा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2017 10:39 AM
विश्व बुजुर्ग दिवस के मौके पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
डेहरी. विश्व बुजुर्ग दिवस के मौके पर शहर व आसपास के प्रखंडों में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. राष्ट्रीय सीनियर सिटीजन एसोसिएशन व पेंशनर समाज के द्वारा संयुक्त रूप से शहर के मोहन बीघा स्थित कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर विक्रमा सिंह व कामेश्वर प्रसाद सिंह ने की.
मौके पर उपस्थित एसोसिएशन के सदस्य शिव शंकर प्रसाद, छट्ठू शर्मा, राम प्रवेश सिंह, धीरेंद्र प्रसाद, लक्ष्मण सिंह, शिव शंकर उपाध्याय, केदारनाथ सिंह, गति लाल साह, सरयू प्रसाद सिंह, सौदागर सिंह आदि ने कहा कि दुनिया भयंकर सामाजिक-सांस्कृतिक संक्रमण से गुजर रही है, भारतीय संस्कृति में बुजुर्गों की सेवा से बढ़ कर कोई और सेवा नहीं है.
इसके बावजूद भारतीय संस्कृति में बुजुर्गों की सेवा की प्रवृत्ति समाप्त होती जा रही है. वक्ताओं ने यह भी कहा कि विश्व के करीब सात करोड़, भारत के करीब 12 करोड़ जिसमें बिहार के करीब 70 लाख वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा राष्ट्र व समाज के हित में नहीं है.
उधर वरिष्ठ नागरिक संघ के बैनर तले रेलवे यूनियन मैदान में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए संघ के संरक्षक एमएमपी सिन्हा ने कहा कि सरकार चाहे राज्य की हो या केंद्र की, उन्हें बुजुर्गों की समस्याओं को दूर करने के लिए आगे आना चाहिए. समाज के उत्थान में बुजुर्गों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इसे सरकार व समाज को नहीं भूलना चाहिए. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एसडीएम पंकज पटेल ने कहा कि बुजुर्गों का सम्मान करना सभी का प्रथम दायित्व है.
समारोह में सर्वसम्मत से सरकार से यह मांग की गयी कि वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के लिए एक अलग मंत्रालय का गठन किया जाये. सरकारी अस्पतालों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग वार्ड बनाया जाये. बगैर उम्र सीमा के बीमारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा का लाभ व रेलवे में दिव्यांगों के लिए अलग कोच की व्यवस्था है, वैसे ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी अलग कोच की व्यवस्था की जाये.

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