जिन्हें खड़ा होने नहीं आता, उन्हें चाहिए आधार
बिना ‘आधार’ आगनबाड़ी में बच्चों को नहीं मिलेगा पोषाहार मंतोष पटेल सासाराम : जिन्हें यह पता नहीं कि जमीन पर खड़ा रहने का उनका आधार क्या है, उनके लिए भी अब ‘आधार’ जरूरी हो गया है. आंगनबाड़ी केंद्रों में पांच वर्ष तक के बच्चों के पोषण व पढ़ाई की व्यवस्था है. सरकार अब इन बच्चों […]
बिना ‘आधार’ आगनबाड़ी में बच्चों को नहीं मिलेगा पोषाहार
मंतोष पटेल
सासाराम : जिन्हें यह पता नहीं कि जमीन पर खड़ा रहने का उनका आधार क्या है, उनके लिए भी अब ‘आधार’ जरूरी हो गया है. आंगनबाड़ी केंद्रों में पांच वर्ष तक के बच्चों के पोषण व पढ़ाई की व्यवस्था है. सरकार अब इन बच्चों के लिए भी आधार कार्ड को जरूरी कर दी है.
यानी जिस बच्चे के पास आधार नहीं, उसे आंगनबाड़ी में मिलने वाला लाभ नहीं मिलेगा. हालांकि, इसे तत्काल प्रभाव से लागू नहीं किया गया है. लेकिन, सरकार ने निर्देश जारी किया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले सभी बच्चों का आधार कार्ड बना उन्हें योजना की वेबसाइट से जोड़ा जाये. हो सकता है कि अगले वित्तीय वर्ष से बिना आधारवाले बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में आहार नहीं मिले.
इस संबध में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि आंगबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चे को आधार कार्ड बनवाना अनिवार्य होगा. इसके लिए सरकार से निर्देश मिल चुका है. सरकार के निर्देशानुसार आधार कार्ड बनने की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू हो जायेगी. हर हाल में बच्चों को आधार कार्ड बनाकर वेबसाइट पर लिंक करना होगा, अन्यथा आने वाले दिनों में बच्चे पोषाहार से वंचित रह सकते है.
माता पिता के थंब इंप्रेशन से बनेगा आधार: आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़नेवाले बच्चों के माता-पिता के थंब इम्प्रेशन से बच्चों का आधार कार्ड बनेगा. गौरतलब है कि पहले छोटे बच्चों (0 से पांच वर्ष) का आधार बनाने के लिए आंख, थंब इम्प्रेशन की आवश्यता पूरी नहीं होती थी. कार्ड बनाने के समय मशीन काम नहीं कर पाती थी. जिससे उनके आधार नामांकन नहीं हो पाता था. इस कारण बच्चों का आधार कार्ड बनाना मुश्किल था. लेकिन, अब बच्चों के अभिभावक (माता-पिता) के थंब इम्प्रेशन से आधार कार्ड बन जायेगा.
आधार बनाने की होगी ट्रेनिंग: आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों को आधार कार्ड बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों व कर्मियों को प्रशिक्षण मिलेगा. प्रशिक्षण की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद बच्चों को आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी.
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चे व लाभ लेने वाली महिलाओं को हर हाल में आधार कार्ड बनाना अनिवार्य है. आधार कार्ड बनाने से पहले संबंधित कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण के बाद सीडीपीओ, सेविका व सहायिकाओं सहित महिला प्रर्यवेक्षकों को आधार कार्ड के प्रति सक्रिय रहना अनिवार्य होगा.
अभिभावक का पहचान पत्र व आधार जरूरी : आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़नेवाले का बच्चों का आधार कार्ड बनाने के लिए उन बच्चें का अभिभावक का पहचान पत्र का अनिवार्य होगा.
अभिभावक के पहचान पत्र से ही बच्चों का आधार कार्ड से जोड़ा जायेगा. अभिभावक के पहचान पत्र नहीं रहने पर सरकारी संबंधित अन्य प्रमाण से आधार कार्ड बनाया जायेगा. जिला प्रोग्राम पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि बच्चों के पहचान के लिए अभिभावक का आधार कार्ड या पहचान पत्र से बच्चों का आधार कार्ड बनायी जायेगी.
सभी आंगनबाड़ी में लगेगा कैंप: बच्चों को आधार कार्ड बनाने के लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिविर लगेगा. जिसमें बच्चों को पंजीयन होगा. इसके लिए एक संबंधित फार्म अप्लाई करना होगा. इसी फाॅर्म के आधार पर बच्चों का आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी.
जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों संख्या
प्रखंड संख्या
अकोढ़ीगोला 106
बिक्रमगंज 136
चेनारी 145
दावथ 117
डेहरी शहर 91
डेहरी ग्रामीण 127
दिनारा 201
करगहर 199
काराकाट 176
कोचस 128
नासरीगंज 132
नौहट्टा 83
नोखा 156
राजपुर 70
रोहतास 87
संझौली 68
सासाराम 217
शिवसागर 160
सूर्यपुरा 65
तिलौथू 95