गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्राया सासाराम का दुर्गापुर गांव, रणवीर सेना के पूर्व कमांडर समेत 3 की मौत
सासाराम : मुफस्सिल थाने के दुर्गापुर गांव के पास मंगलवार की रात करीब 8:30 बजे सोन उच्चस्तरीय नहर के किनारे अपराधियों के दो गुटों में जम कर गोलीबारी हुई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गयी. मरने वालों में रणवीर सेना के पूर्व एरिया कमांडर धनजी सिंह भी शामिल बताया जाता है. खबर लिखे जाने […]
सासाराम : मुफस्सिल थाने के दुर्गापुर गांव के पास मंगलवार की रात करीब 8:30 बजे सोन उच्चस्तरीय नहर के किनारे अपराधियों के दो गुटों में जम कर गोलीबारी हुई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गयी. मरने वालों में रणवीर सेना के पूर्व एरिया कमांडर धनजी सिंह भी शामिल बताया जाता है.
खबर लिखे जाने तक दो अन्य मृतकों की पहचान की पुष्टि नहीं हो सकी थी. डीएसपी आलोक रंजन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पूरे मामले की तहकीकात के बाद ही घटना की असली वजह पता चल सकेगी. उधर, स्थानीय सूत्रों के अनुसार रात करीब 8:30 बजे तक इलाके में सब कुछ सामान्य था.
दिनदहाड़े गोलीबारी से थर्राया आदर्श नगर
बालू लदे ट्रैक्टर और अन्य वाहन आ-जा रहे थे. इसी बीच अचानक गोली चलने की आवाज आने लगी. जब काफी देर तक गोलियों की आवाज आती रही. स्थानीय लोगों के मुताबिक, घटनास्थल के आसपास दोनों गुटों की तरफ से करीब 50 राउंड से भी ज्यादा गोलियां चलायी गयीं. इस बीच कहीं से घटना की जानकारी मिलने पर मुफस्सिल थाने ने वरीय पुलिस अधिकारियों को भी सूचना भेजी.
थोड़ी देर बाद पुलिस के सीनियर अफसर और जवान भी घटनास्थल की तरफ कूच कर गये. खबर लिखे जाने तक मारे गये लोगों के शव घटनास्थल पर ही पड़े थे. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए काफी देर तक पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी.
गोलीबारी के विरोध में दुकानें बंद, थाने पर धरना
बालू के अवैध धंधे में वसूली से जुड़ा मामला : सोन नदी से बालू के अवैध उठाव को लेकर इलाके में अक्सर बालू माफियाओं के गुट आपस में टकराते रहते हैं. घटनास्थल के पास स्थित सासाराम-नहौना मार्ग से नोखा होते हुए पटना तक बालू का अवैध कारोबार चलता है. पता चला है कि इस इलाके में बालू के अवैध कारोबार पर धनजी सिंह का कब्जा था, जिसे दूसरा गुट चुनौती दे रहा था. समझा जा रहा है कि इसी रस्साकशी में यह गोलीबारी हुई. स्थानीय लोगों के अनुसार, 20-22 दिन पहले भी गोलीबारी हुई थी.