ठेले-खोमेचेवाले बने बेपरवाह
सड़क किनारे स्थापित होने लगीं दुकानें वेंडर जोन में जाने से कतरा रहे फुटपाथी सासाराम कार्यालय : शहर में अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध प्रतिदिन नगर पर्षद की पुलिस अपने कार्यालय व कलेक्ट्रेट के सामने पुराने जीटी रोड के किनारे खोमचा-ठेला वालों को हांकती है. बावजूद ठेला-खोमचावाले सड़क पर बने रहते हैं. इस कार्य में नगर पर्षद […]
सड़क किनारे स्थापित होने लगीं दुकानें
वेंडर जोन में जाने से कतरा रहे फुटपाथी
सासाराम कार्यालय : शहर में अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध प्रतिदिन नगर पर्षद की पुलिस अपने कार्यालय व कलेक्ट्रेट के सामने पुराने जीटी रोड के किनारे खोमचा-ठेला वालों को हांकती है. बावजूद ठेला-खोमचावाले सड़क पर बने रहते हैं. इस कार्य में नगर पर्षद पुलिस पसीना बहाती है और फिर अपने कार्यालय लौट आती है. लेकिन, सड़क का हाल पहले जैसा ही रह जाता है. गत दिनों जब छात्रों ने सड़क पर आंदोलन किया, तो यही खोमचा-ठेला वाले गायब थे.
वेंडर जोन में नहीं जाना चाहते फुटपाथी दुकानदार
करीब सात माह पहले करगहर मोड़ के समीप ओवरब्रिज के नीचे नगर पर्षद ने वेंडर जोन बनाया गया था. वेंडर जोन में बाजाप्ता चापाकल व सफाई की व्यवस्था की गयी थी. उस समय सड़क किनारे के अधिकतर फुटपाथी वेंडर जोन में भर गये थे. लगा था, बाजार स्थापित हो गया. लेकिन, धीरे-धीरे फुटपाथी वेंडर जोन छोड़ सड़क पर आने लगे. आलम यह है कि जो जगहें खाली हुई थी, अब वह तो भर ही गयी. नये स्थान पर भी ठेला वालों ने कब्जा कर लिया है.
धर्मशाला रोड में नहीं पहुंची पुलिस
नगर पर्षद की पुलिस का पूरा ध्यान सिर्फ जीटी रोड पर ही रहता है. इसके बावजूद अतिक्रमण नहीं हटता. जबकि, धर्मशाला रोड में जाम का प्रमुख कारण वहां के ठेला-खोमचा वाले हैं, जो पूरी तरह सड़क पर ही अपनी दुकानदारी करते हैं. दोपहर से शाम तक धर्मशाला रोड में पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. उधर, नगर पर्षद के सिपाहियों का रूख नहीं होता. परेशान स्थायी दुकानदार अपनी किस्मत को कोसते रहते हैं. ठेला चालकों की रंगदारी के आगे वे बोलने में असमर्थ है.
नगर पर्षद की पुलिस को पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी है. अगर ऐसा नहीं होता है, तो इसके लिए कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया जायेगा. वेंडर जोन में फुटपाथियों को स्थापित करने के लिए भी ईओ को कहा जा चुका है.
कंचन देवी, मुख्य पार्षद, नगर पर्षद, सासाराम