बिहार : वायुसेना के फरार जवान के घर की होगी कुर्की
सासाराम कार्यालय : यह सच्ची घटना है, पर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं. एक नवंबर, 2014 को गुजरात के जामनगर के वायुसेना कैंप से चला जवान बीच में लापता हो गया. माता-पिता ने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी. सास-ससुर द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने का उसकी पत्नी करीब ढाई वर्ष तक इंतजार करती रही. ससुरालवालों […]
सासाराम कार्यालय : यह सच्ची घटना है, पर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं. एक नवंबर, 2014 को गुजरात के जामनगर के वायुसेना कैंप से चला जवान बीच में लापता हो गया. माता-पिता ने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी. सास-ससुर द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने का उसकी पत्नी करीब ढाई वर्ष तक इंतजार करती रही.
ससुरालवालों के रुख को देखते हुए जवान की पत्नी ने 17 जुलाई, 2017 को सास, ससुर व देवर को नामजद करते हुए दहेज का मामला दर्ज कराया. नौहट्टा थाने में कांड संख्या 66/17 दर्ज है. इसके बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की. पुलिस को कहीं से लापता जवान की मृत्यु की सूचना नहीं मिली, तो उसे फरार घोषित कर दिया गया. अब हालात यह है कि पुलिस उसके घर की कुर्की करने के लिए कोर्ट में प्रार्थना करेगी.
गौरतलब है कि नौहट्टा थाने के टीपा गांव निवासी नागेंद्र सिंह का बेटा राहुल सिंह वायुसेना में कार्यरत था. छुट्टी लेकर एक नवंबर, 2014 को घर के लिए चला था. तब से अब तक वह अपने घर नहीं पहुंचा. ढाई साल तक औरंगाबाद जिले के पड़रिया गांव निवासी सुरेंद्र सिंह की बेटी अमृता कुमारी अपने पति का इंतजार करती रही.
थक-हार कर उसने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. सास-ससुर को दहेज मामले में जेल हो गयी. बेल पर वे फिलहाल बाहर हैं और बेटा अब भी गायब है. गायब जवान की पत्नी ने बताया कि उसकी शादी 25 नवंबर, 2013 को हुई थी. पति ने फोन पर बताया था कि वह 14 दिनों की छुट्टी लेकर घर आ रहा है. वह उस समय अपने मायके में थी.
एक नवंबर, 2014 से बात होनी बंद हो गयी. सास-ससुर व देवर को इसकी प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कई बार कहा. लेकिन, वे टालमटोल करते रहे. बाद में पता चला कि वह किसी अन्य जगह किसी दूसरी से शादी कर रहने लगे हैं. इसके बाद प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस की सुस्ती के कारण न तो पति मिल रहा है, न ही उसे ससुराल से पुलिस न्याय दिला पा रही है. इधर, थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि प्राथमिकी के बाद गिरफ्तारी की गयी थी. राहुल के संबंध में वायुसेना के अधिकारी जांच करने आये थे.
रिपोर्ट लेकर चले गये. वायुसेना की कार्रवाई के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. प्राथमिकी के अनुसार वह फरार है. उसकी मृत्यु का कोई प्रमाण नहीं मिला है. अब न्यायालय से कुर्की के लिए प्रार्थना की जायेगी. जल्द ही कुर्की की कार्रवाई की जायेगी.