सासाराम सदर : बाल विवाह व दहेज रूपी दानव के खिलाफ 21 जनवरी को जिले में वृहद 420 किलोमीटर लंबी मानव शृंखला बनेगी. इसके लिए जिला प्रशासन ने माईक्रोप्लान तैयार किया है. माईक्रोप्लान के तहत जिले के चारों दिशाओं के बॉडर तक मानव शृंखला बनायी जायेगी. प्लान के तहत प्रत्येक सौ मीटर पर नोडल पदाधिकारी की तैनाती होगी. वहीं दो दौ मीटर पर एक दंडाधिकारी की तैनाती होगी. शृंखला बनाये जाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी जोरों पर है.
शृंखला को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कई बैठकों का दौर जारी है. साथ ही शृंखला में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के लिए गांव-गांव प्रचार-प्रसार तेजी से किया जा रहा है. डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने मंगलवार को बताया कि पिछले वर्ष की मानव शृंखला से अबकी बार की मानव शृंखला वृहद होगी. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 397 किलोमीटर की दूरी में शृंखला बनाया गया था. लेकिन, अबकी वृहद 420 किलोमीटर की दूरी तक बनाया जायेगा. इसके लिए तैयारी जोरों पर है. उन्होंने बताया कि जिले के सभी 19 प्रखंडों को मानव शृंखला से जोड़ा जायेगा. पूरे जिले में चिह्नित किये गये रूटों पर मानव शृंखला बनाने के लिए सभी बीडीओ व सीओ को संचालन समिति की समीक्षा बैठक करने का निर्देश दिया गया है. इस कार्य में अधिक से अधिक जनप्रतिनिधियों को को जोड़ने का निर्देश दिया गया है.
चिह्नित रूटों का बनेगा नक्शा
जिले में मानव शृंखला के लिए चिह्नित रूटों का नक्शा तैयार होगा, ताकि शृंखला के समय अधिकारियों व लोगों को कोई परेशानियों की सामना नहीं करना पड़े. डीएम ने बताया कि चिह्नित रूटों का नक्शा तैयार होगा. जिससे शृंखला बनाने में सुविधा रहेगी. इसके लिए आलाधिकारियों को रूट का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया गया है.
जनप्रतिनिधि व राजनीतिक दल भी होंगे शामिल : वृहद मानव शृंखला बनाने में अधिकारियों, कर्मचारियों सहित जनप्रतिनिधि व राजनीतिक दल के लोग शामिल होंगे. डीएम ने बताया कि मानव शृंखला को सफल करने के लिए प्रशासनिक स्तर से कोई कसर नहीं छोड़ा जायेगा. इसके बावजूद इस मानव शृंखला में अधिक संख्या में जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दल, समाजसेवी सहित आमलोगों की भागीदारी अहम होगी.
शृंखला को सफल बनाने में जुटेंगे ये विभाग : जिले में मानव शृंखला को सफल करने के लिए प्रशासनिक स्तर से कोई कसर नहीं छोड़ा जायेगा. डीएम ने बताया कि श्रृंखला को सफल करने के लिए कई विभागों की जिम्मेदारी दी गयी है. इस शृंखला का अहम दायित्व शिक्षा विभाग को सौंपा गया है. जिनमें प्रत्येक सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापक व शिक्षक अपने-अपने संबंधित स्कूलों के छात्र-छात्राओं को अधिक से अधिक भाग लेने के लिए दिशा-निर्देश देंगे. इसके अलावा जीविका, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, जनसंपर्क विभा, आईसीडीएस आदि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को भाग लेने के लिए निर्देश दिया गया है.
बंद रहेगा बड़े वाहनों की परिचालन : मानव शृंखला बनाये जाने के समय निर्धारित समय में सड़कों पर बड़े वाहनों का परिचालन बंद रहेगा. डीएम ने बताया कि मानव शृंखला बनाये जाने के समय रूटों पर बड़े वाहनों की परिचालन पूरी तरह से बंद होगी. इसके लिए जिला परिवहन विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गयी है.