शहर को ओडीएफ बनाने में बाधक बन रहे अधूरे शौचालय
शहर में 12 स्थानों पर होना है सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण सासाराम नगर : शहर में सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण की गति काफी धीमी है. कई स्थानों पर तो निर्माण कार्य रुका पड़ा है. इससे जिले का ओडीएफ अभियान प्रभावित हो रहा है. नगर पर्षद द्वारा शहर में विभिन्न जगहों पर 12 सार्वजनिक शौचालयाें का […]
शहर में 12 स्थानों पर होना है सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण
सासाराम नगर : शहर में सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण की गति काफी धीमी है. कई स्थानों पर तो निर्माण कार्य रुका पड़ा है. इससे जिले का ओडीएफ अभियान प्रभावित हो रहा है. नगर पर्षद द्वारा शहर में विभिन्न जगहों पर 12 सार्वजनिक शौचालयाें का निर्माण कराया जा रहा है. अब तक इसमें एक का भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. कई शौचालयों का निर्माण कार्य बंद ही है.
अधिकारियों की लापरवाही आ रही सामने
शहर में विभिन्न जगहों पर नप द्वारा 12 जगहों पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें एक भी शौचालय का निर्माण पूर्ण नहीं हो सका है. कई जगहों पर शौचालय की ईमारत खड़ा कर दिया गया है लेकिन अभी तक उसको फाईनल टच नहीं दिया गया है.
इसमें नगर पर्षद के अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है. इधर, प्रशासन जिला को ओडीएफ करने के लिए पिछले डेढ़ वर्षों से जूझ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में ओडीएफ लगभग हो चुका है. पहाड़ी पर बसे गांवों में भी प्रशासन शौचालय निर्माण कराने में जी जान से जुटा है. वहीं जब शहर पर नजर डाला जाता है तो स्थिति बद्तर नजर आती है.
निर्माण कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
जिला में ओडीएफ लोगों के बीच भावना बन चुका है. लोगों के विचार में बदलाव से ही जिला प्रशासन इस मामले में कामयाबी के करीब है. शहर में नगर पर्षद द्वारा निर्माण कराये जा रहे सार्वजनिक शौचालय में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी. निश्चित समय पर शौचालय का निर्माण कराना है. इसमें कोताही नहीं होनी चाहिए. इसके लिए नगर पर्षद को स्पष्ट निर्देश दिया गया है.
अनिमेष कुमार पराशर, डीएम, रोहतास
ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्रों में कामयाबी
जिला प्रशासन ओडीएफ अभियान में ग्रामीण क्षेत्र व पहाड़ी क्षेत्रों में तो कामयाबी की ओर है. लेकिन शहरी क्षेत्रों में नगर पर्षद की लापरवाही से अभियान को धक्का लग रहा है. जबकि, शहर में हो रहे शौचालय निर्माण में किसी तरह की तकनिकी अड़चन भी नहीं है. फिर क्या हुआ कि संवेदक शौचालय निर्माण का कार्य बंद कर दिये हैं.
अगर कहीं चल भी रहा है, तो उसकी रफ्तार इतनी धीमी है कि काम कब तक पूरा होगा इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. पूरे प्रदेश में रोहतास जिले में चल रहे ओडीएफ अभियान की चर्चा है. देश के कई जगहों से अधिकारियों की टीम अपने जिले में ओडीएफ का अध्यन करने आ चुकी है. खूद मुख्यमंत्री भी कई बार खुले मंच से जिले में ओडीएफ कार्य की प्रशंसा कर चुके है.
खास कर डीएम के ओडीएफ के प्रति समर्पित कार्य के तो कायल दिखे. यह सत्य है कि डीएम ने मिशन भावना से इस अभियान को निरंतर आगे बढ़ाते रहें है. इस अभियान में प्रशासन के अधिकारी व जनप्रतिनिधि व ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं की काफी सहयोग मिला. तब जाकर आज रोहतास जिला ओडीएफ घोषित होने के कगार पर खड़ा है.