करहा को अतिक्रमणमुक्त कराने की लगायी गुहार

राजपुर : धोबडिहा गांव में आहर से निकलने वाले करहा को कुछ ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण कर उस पर घर बनवाया जा रहा है. जिस कारण गांव के किसानों के खेत की सिंचाई बाधित हो गयी है. किसानों ने सीओ को आवेदन दे कर करहा को अतिक्रमण से मुक्त कराने की गुहार लगायी है. ग्रामीण कृष्ण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2018 6:34 AM

राजपुर : धोबडिहा गांव में आहर से निकलने वाले करहा को कुछ ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण कर उस पर घर बनवाया जा रहा है. जिस कारण गांव के किसानों के खेत की सिंचाई बाधित हो गयी है. किसानों ने सीओ को आवेदन दे कर करहा को अतिक्रमण से मुक्त कराने की गुहार लगायी है. ग्रामीण कृष्ण कांत तिवारी, अमित तिवारी, योगेंद्र तिवारी, वीरेंद्र तिवारी, अलगु राय, केदार तिवारी आदि ने बताया कि आहर के इसी करहा से हमारे गांव की लगभग सौ एकड़ से ज्यादा भूमि का सिंचाई होती है.

करहा को गांव के रामशकल राम, उनके लड़के व परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा भर दिया गया है. साथ ही उसी भूमि पर मिट्टी का दीवार खड़ा कर घर बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आहर के इस जमीन के प्लाट नंबर 551, 552, 554, 503, 465, 419 व 1560 पर 1986 में यहां के हरिजन भाईयो द्वारा दखल कब्जा करके घर बनाने का काम शुरू हुआ था. इसके बाद गांव के किसानों द्वारा एसडीओ को सूचित किया गया था. इसके बाद इस पर धारा 144 लागू हुआ. दोनों पक्ष पर प्रशासन द्वारा 107 चलाया गया. इसके बाद एसडीओ के आदेश से गांव के हरिजन भाईयो के लिए दूसरे जगह बिहार सरकार के जमीन पर कालोनी का निर्माण कर आवंटित किया गया. प्रशासन द्वारा दोनों पक्षों को इस भूमि पर ऐसा कोई भी काम करने से मना किया गया है,

जिससे शांति भंग होने की संभावना हो. बावजूद इस भूमि पर दोबारा अतिक्रमण जारी है. जिसको ले हाल फिलहाल मे ग्रामिणो व उनके परिवार के लोगो से कई बार तू-तू मैं-मैं हो चुका है. समय रहते अगर प्रशासन द्वारा समस्या का समाधान नहीं निकाला गया तो गांव में कभी भी शांति भंग होने की संभावना बरकरार है. सीओ अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन के आलोक में जांच किया गया है. समस्या के समाधान के लिये दोनों पक्ष के लोगों को बुलाया गया है.

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