गुड गवर्नेंस से हासिल होगा बिहार का गौरवमयी इतिहास

सासाराम कार्यालय : देश को गणतंत्र से परिचय दिलानेवाला बिहार है. इतिहास गवाह है कि नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशी छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते थे. राजाओं में सम्राट अशोक के कार्यकाल में हुए कार्य से बिहार को देश-विदेश तक जाना जाता था. बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध के अनुयायियों ने बिहार को विदेशों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2018 3:55 AM

सासाराम कार्यालय : देश को गणतंत्र से परिचय दिलानेवाला बिहार है. इतिहास गवाह है कि नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशी छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते थे. राजाओं में सम्राट अशोक के कार्यकाल में हुए कार्य से बिहार को देश-विदेश तक जाना जाता था. बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध के अनुयायियों ने बिहार को विदेशों में प्रतिष्ठा दिलायी थी. उस गौरव को हासिल करने के लिए बिहार में गुड गवर्नेंस की सबसे अधिक जरूरत है. राजनेताओं में नैतिकता की कमी से बिहार के गौरव का बहुत ह्रास हुआ है. राजनेताओं में नैतिकता होगी, तो गवर्नेंस बढ़िया होगा और जब गवर्नेंस अच्छा होगा

, तो बिहार की छवि देश-दुनिया में बदलेगी. यह बातें बिहार दिवस के अवसर पर प्रभात खबर की ओर से आयोजित शृंखलाबद्ध कार्यक्रम की कड़ी के पहले दिन शुक्रवार को ‘कैसे हासिल होगा बिहार का गौरव’ विषय पर आयोजित परिचर्चा में बुद्धिजीवियों ने कही. शहर के वास्तु बिहार

गुड गवर्नेंस से हासिल…
तेतरी में आयोजित कार्यक्रम में
बुद्धिजीवियों ने कहा कि वर्तमान में राज्य में हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है. थाने में एफआईआर लिखाने के लिए विधायक व सांसद स्तर की पैरवी करनी पड़ती है. नगरपालिका व अंचल में रशीद कटाने के लिए ओहदेदारों की पैरवी चलती है. इस तरह के भ्रष्टाचार को समाप्त करना होगा, तभी हम अपने गौरवमयी इतिहास को फिर से हासिल कर सकते हैं.
संस्कृति से प्यार करना सिखाना होगा
हमारे राज्य की संस्कृति उन्नत थी. समाज का बहुत महत्व था. जातीय भेद होते हुए भी समाज में उम्र के हिसाब से व्यक्ति को महत्व दिया जाता था. महिलाओं की स्थिति बेहतर थी. आज उस संस्कृति पर आघात हुआ है. इसके पीछे का कारण बहुत बड़ी संख्या में युवाओं का पलायन है.
इसका असर संस्कृति से प्यार…
परिवार व समाज पर पड़ रहा है. अपनी संस्कृति को बचाने के लिए युवाओं को इससे रू-ब-रू करना होगा. वे अपनी भाषा व संस्कृति से जुड़े रहे, इसके लिए सरकार व सामाजिक स्तर पर कार्य करना होगा.
परिचर्चा में बुद्धिजीवियों ने रखे विचार
राजनीति में नैतिकता पर दिया जोर
कहा, भ्रष्टाचार पर लगाना होगा अंकुश
राजतंत्र में जैसा राजा, वैसी प्रजा होती थी. गणतंत्र में जैसी प्रजा, वैसा राजा होता है. बिहार के गौरव को बहाल करने के लिए गणतंत्र के वाहकों को अपने में सुधार लाना होगा.
किसी राज्य या देश का गौरव उसके समाज के लोगों के नैतिक मूल्य होते हैं. बिहार के गौरव को वापस लाने के लिए लोगों में नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना होगा.

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