बिहार : सासाराम में सीएम नीतीश ने किया सोलर कुकर से खाना बनाने की योजना का शुभारंभ

रोहतास : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोहतास जिले के दौरे पर हैं. कैमूर पहाड़ी के रेहल गांव में पहुंचकर सीएम ने शुक्रवार को वहां कई विकास योजनाओं का शुभारंभ और उद्घाटन किया. उसके बाद वहां वनवासियों के बीच चौपाल लगायी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें प्रकृति से प्रेम है.उन्होंने कहा कि प्रकृति से ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2018 4:19 PM

रोहतास : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोहतास जिले के दौरे पर हैं. कैमूर पहाड़ी के रेहल गांव में पहुंचकर सीएम ने शुक्रवार को वहां कई विकास योजनाओं का शुभारंभ और उद्घाटन किया. उसके बाद वहां वनवासियों के बीच चौपाल लगायी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें प्रकृति से प्रेम है.उन्होंने कहा कि प्रकृति से ही सबकुछ है और उन्हें जब भी वक्त मिलता है, वह इन जगहों पर समय बिताना पसंद करते हैं. कहा जाता है कि मुख्यमंत्री ने अपने प्रवास के लिए जिस गांव का चयन किया था, उसे कभी रेड कॉरिडोर के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब वहां विकास की रोशनी पहुंच रही है.

गांव में पहुंचकर मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालय में बनने वाले मिड डे मिल के खाने को सोलर ऊर्जा से बनाने की योजना का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि अब कैमूर पहाड़ी इलाके में बसे हुए गांव बिजली की रोशनी से रौशन होंगे. उन्हें अब दिये और ढिबरी की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने बिजली पहुंचने के बीच आने वाली सभी दिक्कतों को दूर कर लिया गया है. सीएम ने वहां के स्थानीय निवासियों की मांग पर कहा कि ऑल वेदर रोड का निर्माण भी बहुत जल्द किया जायेगा. सड़कों को पूरी तरह दुरुस्त किया जायेगा. उन्होंने कहा कि पहाड़ पर बसे लगभग एक दर्जन गांव और सैकड़ों टोलों में रहने वाली जनसंख्या को इसका लाभ मिलेगा.

मुख्यमंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर देते हुए कहा कि इलाके में शिक्षा व्यवस्था के बेहतरी पर जोर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि पर्यावरण सचिव से वनवासियों के वन उत्पाद और जीविकोपार्जन के लिए उनके द्वारा बेची जाने वाली सामग्री को बाजार तक पहुंचाने में मदद की जायेगी. मुख्यमंत्री ने वनवासियों के महिलाओं द्वारा स्वयं सहायता समूह को गठन करने पर बल दिया. मुख्यमंत्री के साथ राजधानी पटना से पदाधिकारियों का अमला भी साथ गया था. जिसमें डीजीपी, मुख्य सचिव के साथ ऊर्जा मंत्री भी शामिल थे. बताया जा रहा है कि रेहल वहीं गांव है, जहां 16 वर्ष पूर्व नक्सलियों ने तत्कालीन डीएफओ संजय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

अब इस गांव में विकास की धारा बह रही है. गांव में गोमूत्र से दवाएं बनाने की मशीन लगायी गयी है. ग्रामीणों के रोजगार के लिए नये रोजगार का सृजन हो रहा है. घरों की परिस्थिति बदली है. सात निश्चय के जरिये गांव में विकास हुआ है. मुख्यमंत्री गुरुवार रात को ही पहुंच गये थे. सीएम की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. हजारों की संख्या में सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है. पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें-
लालू अपने संदेश के माध्यम से साध रहे हैं बिहार की सियासत, समर्थकों पर पड़ रहा है व्यापक प्रभाव, जानें

Next Article

Exit mobile version