फोरलेन पर तेजी से दौड़ रहे ओवरलोडेड बालू लदे ट्रक

पुलिस का लोकेशन बताने के लिए लगाये गये हैं दर्जनों लाइनर बालू लदे वाहनों से टपकते पानी के कारण कमजोर हो रहीं सड़कें शिवसागर : बालू लदे ट्रकों पर लगाम लगाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गयी है. पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी सड़कों पर दौड़ लगाते रह जाते है फिर भी ओवरलोडेड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2018 4:35 AM

पुलिस का लोकेशन बताने के लिए लगाये गये हैं दर्जनों लाइनर

बालू लदे वाहनों से टपकते पानी के कारण कमजोर हो रहीं सड़कें
शिवसागर : बालू लदे ट्रकों पर लगाम लगाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गयी है. पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी सड़कों पर दौड़ लगाते रह जाते है फिर भी ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन पर लगाम नहीं लग रहा है. पुलिस प्रशासन डाल-डाल तो बालू माफिया पात-पात की स्थिति बनी हुई है. ओवरलोडेड बालू लदे वाहनों को पार कराने के लिए बालू माफियाओं द्वारा पुलिस व प्रशासन का लोकेशन देखने के लिए सड़कों पर दर्जनों लाईनर लगाये गये हैं. इनको सब पता रहता है कि पुलिस व परिवहन विभाग के पदाधिकारी कब सड़क पर हैं और कब अपने कार्यालय में. जैसे ही पुलिस की गाड़ी थाना परिसर में घुसती है
वैसे ही माफियाओं द्वारा तेजी से अपने-अपने ट्रकों को निकाल दिया जाता है. सूत्रों के अनुसार, पुलिस के कई अधिकारी के भी इन माफियाओं के साथ बेहतर सांठ-गांठ होने की बात बतायी जाती है. और नहीं है तो पुलिस की नजर के सामने से इतनी बड़ी तादाद में बालू लदे ट्रक कैसे निकल रहे है. इससे आमजनों के दिमाग में कई तरह के सवाल उठ रहे है.
फोरलेन पर सबसे अधिक दुर्घटना बालू लदे वाहनों से ही : सोन से ओवरलोडेड बालू लेकर लौट रहे ट्रकों से पानी टपकते रहता है. एक तो ओवरलोडेड दूसरी ओर टपक रहा पानी से जहां तेजी से सड़के टूटती है. दुर्घटना में भी इजाफा हो जाता है. फोरलेन पर दुर्घटना सबसे ज्यादा बालू लदे ट्रकों से ही होती है. लाईनर पुलिस का लोकेशन देख ट्रकों को पास कराने के लिए जैसे ही बोलते है. चालक ट्रक लेकर तेजी से निकलते है. ऐसें में ओवरलोडेड ट्रक होने के कारण ब्रेक काम करना कम कर देता है. जिसके कारण सड़कों पर दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं ट्रकों से टपकते पानी से तेजी से सड़के टूटने की संभावना रहती है.
वाहनों पर रोक लगाने के लिए हो रही गश्त
थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि समय-समय पर ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ छापेमारी की जाती है. ओवरलोडेड वाहनों पर रोक लगाने के लिए दिन व रात दोनों समय पुलिस गश्त निकाली जाती है. अभियान में दर्जनों वाहनों को जब्त की गयी है. ओवरलोडेड वाहनों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई चलती रहेगी.

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