पानी के लिए तरस रहे मुर्ही के ग्रामीण

गांव में सूख गये हैं अधिकतर चापाकल एक कुएं के सहारे चल रहा जनजीवन नल-जल योजना के तहत पाइप लाइन का काम अब तक अधूरा सासाराम शहर : पहाड़ की तलहटी में स्थित सदर प्रखंड के मुर्ही गांव के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. तीन वार्ड के गांव में आधा दर्जन सरकारी हैंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2018 4:51 AM

गांव में सूख गये हैं अधिकतर चापाकल

एक कुएं के सहारे चल रहा जनजीवन
नल-जल योजना के तहत पाइप लाइन का काम अब तक अधूरा
सासाराम शहर : पहाड़ की तलहटी में स्थित सदर प्रखंड के मुर्ही गांव के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. तीन वार्ड के गांव में आधा दर्जन सरकारी हैंड पंप लगे हैं. लेकिन सारे के सारे चापाकल बंद पड़े हैं. गांव के महिला-पुरुष खराब चापाकल को हर रोज बस निहारते ही हैं. ग्रामीण कई बार चापाकल की मरम्मत के लिए जनप्रतिनिधि व प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन, किसी कोई पहल नहीं की गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के कुछ लोगों के घर समरसेबल व पंप लगा है. तीनों वार्डों का काम इन्हीं लोगों के भरोसे चल रहा है. जिनके घर में समरसेबल, पंप व कुछ निजी चापाकल चालू है, वे लोग भी ज्यादा पानी निकालने से मना करने लग गये हैं. उन्हें भी डर सताता है कि कहीं उनका भी समरसेबल व चापाकल बंद न हो जाये. गांव में किसी के यहां शादी विवाह होने पर ज्यादा पानी की जरूरत पड़ती है. इसके लिए गांव में स्थित एक मात्र कुआं, लोगों की प्यास और घर में लगे समारोह को संभाल रहा है.
पानी सप्लाइ शुरू होने की लोगों की टूट रही उम्मीदें
मुर्ही गांव आबादी के हिसाब से बड़ा गांव है. इस गांव में 8, 9 और 10 तीन वार्ड हैं. वार्ड नौ में नलजल योजना के तहत कार्य शुरू किया गया था, जिससे ग्रामीणों में थोड़ी आस जगी थी. इसके लिए गांव के पूर्वी छोर पर सिंटेक्स भी बैठा दिया गया है. लेकिन वार्ड में पाईप लाईन का काम अब तक अधूरा है. वार्ड नौ के घरों में संवेदकों द्वारा एक-एक पाईप लगा कर कोरम पूरा कर दिया गया है. लेकिन पानी सप्लाइ शुरू होने की उम्मीद लोगों में टूटती जा रही है. हालांकि ग्रामीण अभी भी टक-टकी लगाये हैं कि पानी सप्लाई शुरू होगा, लेकिन कार्य बंद होने से उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है.

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