सासाराम : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केदहेजमुक्त बिहार के संकल्प में साझीदार होते हुए बिहार के युवा अब आगे आने लगे हैं. आईएएस अफसर बनने के बाद बड़े घराने के रिश्ते भी आने लगते हैं. शादी में दहेज की मोटी रकम की पेशकश भी की जाने लगती है. धूमधाम से शादी करना भी स्टेटस सिंबल बन गया है. इसके बावजूद रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड के नौडीहा गांव के प्रेमनाथ तिवारी के पुत्र ओमप्रकाश तिवारीने बिना दहेज लिये सादे समारोह में साधारण परिवार की लड़की को जीवनसाथी के रूप में वरण कर मिसाल पेश की है. वर्तमान में आईएएस ओमप्रकाश मेघालय में कस्टम एक्साईज विभाग के डिप्टी कमिशनर के पद पर तैनात हैं.
जानकारी के मुताबिक, रोहतास जिले के शिवसागर निवासी ओमप्रकाश ने अपने माता-पिता की मर्जी से बिना दहेज लिये कैमूर जिले के गायघाट निवासी रामाश्रय चौबे की पुत्री से शादी की. यह शादी बनारस के एक निजी होटल में संपन्न हुई. आईएएस ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि आज के परिवेश में हर युवा को दहेजमुक्त शादी करनी चाहिए. हम जैसे युवाओं को अपने आनेवाली पीढ़ियों को दहेजमुक्त शादी के लिए प्रेरित करने की जरूरत है, जिससे हम एक बेहतर और विकसित समाज का निर्माण कर सकें.