छेड़खानी की शिकायत पर पहुंचे दारोगा को आरोपित के परिजनों ने पटक-पटक कर पीटा, उसके बाद…

भभुआ : लड़कियों के साथ छेड़खानी की शिकायत पर पहुंचे भभुआ थाने के दारोगा भगवान सिंह को देवी मंदिर परिसर में रहनेवाले वकील भगवती प्रसाद व उनके परिजनों ने उठा कर पटक दिया और उनकी जम कर पिटाई की. इसकी सूचना भभुआ थाने की पुलिस को मिली, तो थानेदार सत्येंद्र राम अतिरिक्त पुलिसबल लेकर देवी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2018 8:41 PM

भभुआ : लड़कियों के साथ छेड़खानी की शिकायत पर पहुंचे भभुआ थाने के दारोगा भगवान सिंह को देवी मंदिर परिसर में रहनेवाले वकील भगवती प्रसाद व उनके परिजनों ने उठा कर पटक दिया और उनकी जम कर पिटाई की. इसकी सूचना भभुआ थाने की पुलिस को मिली, तो थानेदार सत्येंद्र राम अतिरिक्त पुलिसबल लेकर देवी मंदिर परिसर पहुंचे और पीटनेवालों को पकड़ने की कोशिश की, तो दोनों तरफ से मारपीट शुरू हो गयी. देखते ही देखते देवी मंदिर परिसर युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया. वहीं, छेड़खानी के आरोपितों की पिटाई से बेसुध होकर दारोगा भगवान सिंह किनारे गिर पड़े. पुलिस को आरोपितों को पकड़ने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. इस मामले में पुलिस ने देवी मंदिर के पुजारी देवी प्रसाद मिश्र के पुत्र व हाइकोर्ट के वकील भगवती प्रसाद व उनकी पत्नी आशमा देवी को मौके से गिरफ्तार किया.

दरअसल, देवी मंदिर के पीछे रहनेवाले महिपाल सिंह ने मंदिर के दक्षिणी रास्ते से आने-जाने वाले लड़कियों के साथ भगवती प्रसाद के घर के कुछ लड़कों द्वारा छेड़खानी किये जाने की शिकायत भभुआ थाने में की गयी थी. छेड़खानी की शिकायत पर थानेदार सत्येंद्र राम ने सोमवार को भभुआ थाने के दारोगा भगवान सिंह को पुलिस बल के साथ उक्त स्थल पर भेजा. दारोगा भगवान सिंह ने भगवती प्रसाद के घर पहुंच आरोपितों को पकड़ने की कोशिश की, तो भगवती सहित उनके परिवारवालों ने दारोगा पर हमला बोल दिया और उन्हें मंदिर परिसर में ही उठा कर पटक दिया. जमकर पिटाई की और घर को अंदर से तालाबंद कर घर के अंदर छिप गये.

इधर, भगवान सिंह व उनके साथ गये पुलिस जवानों ने उक्त घटना की सूचना थानेदार सत्येंद्र राम को दी. सत्येंद्र राम अतिरिक्त महिला-पुरुष पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आरोपितों को पकड़ने के लिए चारों तरफ से घर को घेर लिया. आरोपितों ने घर को अंदर से बंद कर रखा था. पुलिस ने दरवाजे को खोल कर अंदर प्रवेश किया, तो एक बार फिर पुलिस व भगवती प्रसाद के परिवारवालों से युद्ध शुरू हो गया. हालांकि, इस बार पुलिस बल की संख्या ज्यादा थी. ऐसे में पुलिस ने बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया. लेकिन, स्थिति को नियंत्रित करने व आरोपितों को पकड़ने में पुलिस के पसीने छूट गये.

पुलिस व भगवती प्रसाद के परिवारवालों के बीच मंदिर परिसर में जम कर उठा-पटक हुई. आखिर पुलिस दो आरोपितों देवी प्रसाद मिश्र की पत्नी आशमा देवी व वकील भगवती प्रसाद को पकड़ने में सफल रही.

पिटाई से बेसुध हुए दारोगा
इधर, भगवती प्रसाद के परिजनों द्वारा दारोगा भगवान सिंह को इस कदर पीट दिया गया था कि वह मंदिर परिसर के एक कोने में बेसुध पड़े हुए थे. पिटाई के कारण उनकी वर्दी कई जगह फट गयी थी. शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान थे. स्थिति को नियंत्रित करने के बाद अन्य पुलिस पदाधिकारी दारोगा भगवान सिंह को उठा कर अस्पताल ले आये, जहां

दारोगा पर हुआ हमला, तो भाग खड़े हुए पुलिसकर्मी
घायल दारोगा ने बताया कि वह छेड़खानी के आरोपित भगवती प्रसाद के घर पहुंचे और उनकी धर-पकड़ की कोशिश की, तो आरोपितों ने उन पर हमला कर मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान उनके साथ रहे होमगार्ड के जवान भाग खड़े हुए. थानेदार को घटना की सूचना दी गयी. इधर, दारोगा भगवान सिंह को अकेले पाकर आरोपितों द्वारा जम कर पिटाई कर बेसुध करने के बाद छोड़ा गया. इस संबंध में थानेदार सत्येंद्र राम ने बताया कि छेड़खानी की शिकायत पर मामले की जांच के लिए दारोगा भगवान सिंह को पुलिसकर्मियों के साथ भेजा गया था, जहां भगवती प्रसाद व उनके परिजनों द्वारा पुलिस पर हमला कर दिया गया. दारोगा की जम कर पिटाई की गयी है. इस मामले में एक महिला व एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया है.

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