सासाराम (नगर) : जिले में चल रही तीसरे चरण की प्रारंभिक शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में गड़बड़झाला उजागर होने लगा है.अभ्यर्थियों द्वारा इस तरह की गलतियां भूल वश या जान बूझ कर की गयी है कि प्रक्रिया को पूरा करने में विभाग को परेशानी हो रही है.
मेधा सूची तैयार करने में पूरी तरह पारदर्शिता नहीं बरतने से विभाग को उसे अनुमोदन करने में भी नाको चने चबाने पड़ रहे हैं. कहीं पर जाति छुपा कर तो कहीं पर गलत प्रमाण पत्र संलगन कर आवेदन किये गये हैं, तो कहीं पर टीइटी की परीक्षा फेल करने वाले लोग भी आवेदन डाले हुए हैं.
इधर, नियोजन इकाइयां भी आवेदन पत्रों की जांच किये बगैर ही औपबंधिक व अंतिम मेधा सूची प्रकाशित कर प्रक्रिया को जारी रखी हैं. सदर प्रखंड कीगंसाडीह पंचायत की नियोजन इकाई कुछ ऐसा ही करामात व गलतियां कर दिखाया है. इकाई द्वारा तैयार औपबंधिक मेधा सूची के 13 वें क्रमांक पर धर्मेद्र कुमार सिंह, 18 क्रमांक के विवेक कुमार व क्रमांक 20 के राहुल रंजन सिंह दक्षता परीक्षा के अंक पत्र कुछ अलग ही कहानी बयां करता है.
धर्मेद्र (रौल नंबर- 2809110664), विवेक (रौल नंबर 2838110219) तथा राहुल रंजन (रौल नंबर 2821111485) के टीइटी का मार्कशीट में प्राप्तांक प्रतिशत बहुत कम होने की वजह नॉट क्वालिफाइड अंकित किया गया है. सूत्रों की मानें तो नियोजन प्रक्रिया में हो रही देरी व गड़बड़झाले के लिए सिर्फ अभ्यर्थी हीं नहीं इकाई भी दोषी है.
जवाबदेही के बजाय इस काम को टाल-मटोल नीति के तहत इसे पूरा करने की कोशिश की जा रही है. इस संबंध में डीइओ नयन रंजन वर्मा कहते हैं कि शिक्षक नियोजन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरतने का निर्देश नियोजन इकाइयों को दिया गया है. सही अभ्यर्थियों का नियोजन हो इस पर विभाग नजर रख रहा है.
सासाराम की गंसाडीह पंचायत में औपबंधिक सूची में थोड़ी गड़बड़ी थी, जिसे सुधारने का निर्देश इकाई को देते हुए नियोजन प्रक्रिया को तत्काल पूरा करने को कहा गया है.