जलजमाव से मरीजों व स्वास्थ्यकर्मियों को हो रही परेशानी
घुटने तक कीचड़ से होकर गुजरते हैं मरीज व कर्मचारी दिनारा : प्रखंड मुख्यालय पर स्थित स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र हर साल बरसात में खुद बीमार पड़ जाता है. स्थिति ऐसी हो जाती है कि घुटने भर कीचड़ से होकर मरीज व स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल पहुंचते है. एक सप्ताह से रूक-रूक कर हो रही बारिश के […]
घुटने तक कीचड़ से होकर गुजरते हैं मरीज व कर्मचारी
दिनारा : प्रखंड मुख्यालय पर स्थित स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र हर साल बरसात में खुद बीमार पड़ जाता है. स्थिति ऐसी हो जाती है कि घुटने भर कीचड़ से होकर मरीज व स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल पहुंचते है. एक सप्ताह से रूक-रूक कर हो रही बारिश के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित बाजार के विभिन्न इलाकों में पानी भर गया है. जिससे अस्पताल आने जाने वाले मरीजों व स्वास्थ्यकर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीज हो या चिकित्सक अस्पताल में आने जाने के लिए गंदे नाले के पानी में ही घुस कर जाना पड़ता है. पीएचसी के वरीय चिकित्सक डाॅ पीएन सिंह ने बताया कि विगत कई वर्षों से पीएचसी में जल जमाव का संकट बना हुआ है. जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. जिससे थोड़ी सी भी बारिश में अस्पताल परिसर तालाब का रूप ले लेता है.
गंदे नाले का पानी परिसर में फैल जाता है. इस संबंध में अनेकों बार उच्च पदाधिकारियों को सूचना दी गयी. लेकिन कोई समाधान नही हुआ. कुछ दिन पहले अस्पताल निरीक्षण में आये स्थानीय सांसद सह केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे का भी ध्यान इस समस्या के तरफ आकृष्ट किया गया था. लेकिन समस्या ज्यों का त्यों बना हुआ है. कमोबेश प्रखंड कार्यालय परिसर में भी जल जमाव की स्थिति यही है. एनएच 30 से प्रखंड कार्यालय व बाजार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क तो नाले का रूप ले चुका है. स्थानीय भाई संतोष, नथुनी सिंह, प्रदीप पांडेय, ललन खां, भरत सिंह, जेके सिंह आदि ने बताया कि पूरे दिनारा में जल निकासी की समस्या है. जिसे लेकर यहां की जनता कई बार स्थानीय प्रशासन के अलावे स्थानीय सांसद सह केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे व विधायक सह उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह से गुहार लगा चुकी है. लेकिन किसी ने सार्थक प्रयास नहीं किया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी श्रीभगवान सुधांशु ने बताया कि उक्त समस्या से विभाग के वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है.