विधायक की पहल पर प्रधान सचिव ने की पुन: पीएचडी को जिम्मेदारी देने की पहल की
सासाराम सदर : नगर पर्षद शहर में जलापूर्ति व्यवस्था एक वर्ष भी नहीं संभाल सकी. इसके पीछे जो कारण हो, लेकिन यह सही है कि शहर में जलापूर्ति व्यवस्था लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण (पीएचइडी) से नगर पर्षद को हस्तांतरित होने के बाद से परेशानी बढ़ी है. कुछ तो ऐसे मुहल्ले हैं, जहां गर्मी के दिनों में […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
August 3, 2018 4:48 AM
सासाराम सदर : नगर पर्षद शहर में जलापूर्ति व्यवस्था एक वर्ष भी नहीं संभाल सकी. इसके पीछे जो कारण हो, लेकिन यह सही है कि शहर में जलापूर्ति व्यवस्था लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण (पीएचइडी) से नगर पर्षद को हस्तांतरित होने के बाद से परेशानी बढ़ी है. कुछ तो ऐसे मुहल्ले हैं, जहां गर्मी के दिनों में नगर पर्षद को टैंकर से पानी पहुंचाना पड़ा.
तो कुछ ऐसे मुहल्ले हैं, जहां अभी भी जलापूर्ति सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है. शहर में बढ़ते पेयजल संकट के मद्देनजर सासाराम विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ अशोक कुमार ने नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से मुलाकात की और इसके बाद एक फिर से शहर में जलापूर्ति की व्यवस्था पीएचईडी को सौंपने की बात हुई. इस संबंध में विधायक ने राजद नगर इकाई के प्रवक्ता सरोज कुमार ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि विधायक से वार्ता के दौरान प्रधान सचिव ने जिलाधिकारी व कार्यपालक पदाधिकारी से पुन: जलापूर्ति व्यवस्था पीएचईडी को सौंपने के लिए कार्रवाई का निर्देश दिया है.
राजद नेताओं ने विधायक को दी बधाई
उधर, विधायक की इस पहल पर राजद के प्रदेश महासचिव सलामबेग, सर्वजीत सिंह खलसा, युवा राजद जिलाध्यक्ष जीतेंद्र नटराज, नगर अध्यक्ष पारस कुशवाहा, अनिल केशरी, पप्पु सोनी, सरोज कुमार, जावेद अख्तर, अमर मौर्या, ललन कुशवाहा, सत्येंद्र सिंह मास्टर, संजय गुप्ता, मनोज सिंह, मोहम्मद कलमदार आदि ने बधाई दी है.
बरसात में भी पानी के पड़े लाले
गरमी है. पानी की कमी है. ऐसा सोच लोग पीने का पानी की कमी होने के बावजूद चुप थे. लेकिन, जब बरसात हो गई और हो रही है. ऐसे में उनका सब्र टूटने लगा है. शहर के दक्षिणी क्षेत्र के मुहल्ला शाहजूमा, कोठा टोली, सोनार टोली आदि मुहल्लों में जलापूर्ति बाधित है. इसकी जानकारी भी नगर पर्षद को है. बावजूद इसके इन मुहल्लों में जलापूर्ति सेवा सुचारू नहीं हो रही है.
हम चाह रहे थे कि जलापूर्ति पीएचइडी के जिम्मे हो
नगर पर्षद की कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी ने कहा कि हम तो पहले से ही चाह रहे थे कि जलापूर्ति की व्यवस्था पीएचईडी को ही दी जाये. जलापूर्ति व्यवस्था नगर पर्षद के जिम्मे हस्तांतरित होने के समय एक तो टेक्नीशियन, इंजीनियर व सहायक नहीं मिले. सिर्फ ऑपरेटरों से जलापूर्ति करना मुश्किल हो रहा है. इसके लिए कई बार पहले ही पहल की जा चुकी है. प्रधान सचिव के निर्देशानुसार डीएम से वार्ता कर जलापूर्ति व्यवस्था पीएचईडी को वापस करने पर विचार किया जायेगा.
मशीनों की मरम्मत में हो रही देरी
कभी मोटर जल जा रहा है, तो कभी कुछ, कभी कुछ. जब सब कुछ ठीक तो बिजली आपूर्ति बाधित. ऐसे में पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है. ऐसा कहना है नगर पर्षद के जलापूर्ति विभाग के प्रभारी मो. नसीम का. कहते हैं अपने पास कोई टेक्नीशियन नहीं है. मोटर के परिचालन में बाधा उत्पन्न होने पर उसकी मरम्मती में समय लग रहा है. बिजली की बाधित आपूर्ति के कारण पानी का स्टॉक समय से नहीं हो रहा है. पानी का प्रेशर कम होने से दक्षिणी क्षेत्र में जलापूर्ति पहुंच नहीं पा रहा है.