रोहतास : सुसाइड प्वाइंट की तलाश में तीन अपार्टमेंटों में घूमीं, फिर उदयगिरी पहुंचीं
रोहतास के कोचस प्रखंड के नरवर गांव के निवासी आईजी उमाशंकर सुधांशु 30 सितंबर, 2017 को दरभंगा से आईजी के पद से रिटायर्ड हुए थे. पटना में स्नेहिल पथ, पटेलनगर पश्चिमी में उनका आवास है.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीSpies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज हो […]

रोहतास के कोचस प्रखंड के नरवर गांव के निवासी आईजी उमाशंकर सुधांशु 30 सितंबर, 2017 को दरभंगा से आईजी के पद से रिटायर्ड हुए थे. पटना में स्नेहिल पथ, पटेलनगर पश्चिमी में उनका आवास है.
सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेिडकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद डॉ स्निग्धा सुधांशु कोलकाता के एक मेिडकल कॉलेज से पीजी कर रही थीं. इधर उनकी शादी घरवालों ने आईएएस अधिकारी और किशनगंज के डीएम महेंद्र कुमार से पक्की की थी. कंकड़बाग में शनिवार को धूमधाम से तिलक समारोह हुआ. रविवार की सुबह डॉ स्निग्धा सुधांशु पटेलनगर आवास पर थीं.
उन्होंने अपने ड्राइवर कृष्णा यादव को सुबह 7:09 बजे फोन की. इसके बाद अपनी मारुति जेन कार से घर से निकलीं. उन्होंने ड्राइवर से कहा कि सबसे ऊंचे अपार्टमेंट के पास ले चलो. ड्राइवर बोरिंग रोड लेकर पहुंचा, जहां तीन अलग-अलग अपार्टमेंट में स्निग्धा गयीं और रेकी करने के बाद दोबारा गाड़ी में आ गयीं. इसके बाद 7:30 बजे वह कोतवाली के पास उदयगिरी अपार्टमेंट पहुंचीं. वहां पर मौजूद अपार्टमेंट के गार्ड से गेट खुलवाया और बताया कि मैं 12वीं मंजिल पर रहने वाली आईएएस अधिकारी रचना पाटील से मिलने जा रही हूं.
अपार्टमेंट के गार्ड से स्टूल मांगकर लिफ्ट के रास्ते टेरिस तक पहुंचीं
डॉ स्निग्धा के कहने पर अपार्टमेंट के गार्ड ने गेट खोल दिया. इसके बाद उनकी कार अपार्टमेंट की पार्किंग में पहुंची. ड्राइवर कार को लेकर पार्किंग में रुक गया. जबकि डॉ स्निग्धा स्टूल लेकर लिफ्ट से ऊपर चली गयीं.
यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वह 12वीं मंजिल पर किसी से मिलीं या नहीं, लेकिन वह स्टूल लेकर अकेले 13वीं मंजिल (सबसे ऊपर) की छत पर चली गयीं. इसके बाद अपना मोबाइल फोन और चश्मे को छत की रेलिंग पर रख दिया. फिर स्टूल के सहारे टेरिस की रेलिंग पर चढ़ गयीं और फिर नीचे छलांग लगा
दी. इस दौरान तेज आवाज हुई और अपार्टमेंट में मौजूद गार्ड मिथिलेश और डॉ स्निग्धा का ड्राइवर कृष्णा यादव दौड़कर पहुंचे. वहां पर दोनों ने देखा कि डॉ स्निग्धा का शव पड़ा हुआ है. दोनों के होश उड़ गये.
इसके बाद ड्राइवर ने डॉ स्निग्धा के परिवार वालों को बताया. पुलिस को भी जानकारी दी गयी. मौके पर एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी अमरकेश डी, डीएम कुमार रवि पहुंचे. करीब एक घंटे तक कई अधिकारी मौके पर जमे रहे. पुलिस मोबाइल फोन की जांच कर रही है. इस बात की जांच हो रही है कि रविवार की सुबह डॉ स्निग्धा ने किन लोगों से बात की है. अंतिम बार किससे बात हुई है.