हर समय सर्वर फेल होने की मार झेल रहे किसान
डेहरी : केंद्र सरकार के अति महत्वाकांक्षी योजना किसान सम्मान निधि योजना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए इस साइबर से उस साइबर में किसान भटक रहे हैं. सर्वर फेल की समस्या से जूझ रहे किसानों को उक्त योजना का लाभ से वंचित होने की आशंका सता रहा है. अनुमंडल क्षेत्र के सभी प्रखंडों की […]
डेहरी : केंद्र सरकार के अति महत्वाकांक्षी योजना किसान सम्मान निधि योजना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए इस साइबर से उस साइबर में किसान भटक रहे हैं. सर्वर फेल की समस्या से जूझ रहे किसानों को उक्त योजना का लाभ से वंचित होने की आशंका सता रहा है. अनुमंडल क्षेत्र के सभी प्रखंडों की हालात एक जैसी है. उक्त महत्वाकांक्षी योजना की वर्तमान स्थिति संतोषजनक नहीं है.
किसानों का चिंतित होना भी स्वाभाविक है क्योंकि ऑनलाइन पंजीकरण को संग्रहित करने वाला बिहार सरकार के कृषि विभाग का डाटा सर्वर अक्सर कार्य नहीं कर रहा है. अनुमंडल क्षेत्र में हजारों किसान उक्त योजना के अंतर्गत आते हैं जिसमें से महज कुछ किसान ही उक्त योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा पाए हैं. वैसे किसान जिनको वंशावली बनवाने की आवश्यकता है द्वारा संबंधित कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है.जिन जगहों पर सरपंच के द्वारा निर्गत वंशावली मान्य है वहां सरपंच द्वारा वैसे किसानों का आवश्यक कागजात लेकर वंशावली बना कर किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है.
वैसे सरपंच द्वारा वंशावली बनाने के लिए प्रूफ के तौर पर किसानों से खतियान ,जमीन का रसीद व केवाला का छाया प्रति देखा जा रहा है. आधार कार्ड ,वोटर पहचान पत्र व बैंक खाता पासबुक का छाया प्रति भी लाना अनिवार्य कर दिया गया है. यही नहीं किसी भी घर की बहू का उसके ससुराल के स्थानीय पंचायत के ग्राम कचहरी के सरपंच के द्वारा निर्गत वंशावली को मान्य बताया जा रहा है.
विवाहित बेटी का वंशावली उनके मायके के ग्राम कचहरी के सरपंच द्वारा बनाने की बात भी की जा रही है. उक्त बातों की पुष्टि करते हुए अनुमंडल क्षेत्र के अकोढ़ीगोला प्रखंड अंतर्गत ग्राम कचहरी बराढ़ी की सरपंच प्रमीला देवी ने बताया कि अभी तक हमारे पंचायत में करीब 1000 किसानों की वंशावली बनाकर उपलब्ध करायी जा चुकी है. प्रतिदिन लगातार वंशावली बनाने के लिए किसान पहुंच रहे हैं.