स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा थे स्वामी सहजानंद सरस्वती
सासाराम : स्वामी सहजानंद सरस्वती की 131 वी जयंती समारोह का आयोजन सोमवार को हुआ. जिसका उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर अवधबिहारी राय व अन्य लोगों संयुक्त रूप से किया. श्री राय ने संबोधन में कहा कि स्वामी जी स्वतंत्रता संग्राम के एक महान योद्धा व किसान आंदोलन के महानायक थे. सोलह वर्ष की आयु में […]
सासाराम : स्वामी सहजानंद सरस्वती की 131 वी जयंती समारोह का आयोजन सोमवार को हुआ. जिसका उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर अवधबिहारी राय व अन्य लोगों संयुक्त रूप से किया. श्री राय ने संबोधन में कहा कि स्वामी जी स्वतंत्रता संग्राम के एक महान योद्धा व किसान आंदोलन के महानायक थे. सोलह वर्ष की आयु में उनकी शादी हो गई थी.
शादी के एक साल बाद पत्नी का देहांत हो गया. पुनर्विवाह के भय से काशी में स्वमी अच्युतानंद गिरी से अाध्यात्मिक दीक्षा ग्रहण किया. वहीं शिवाधार राय ने कहा कि स्वामी जी अपने जिवन काल में बहुत महत्वपूर्ण कार्य कर लोगों को जागरूक किया. स्वामी जी ने कुछ दिनों तक जातीय संगठन और कांग्रेस के कार्य के साथ-साथ चलते रहे.
इस दौर में उन्होंने ब्रह्मार्षिवंश विस्तर व कर्म कलाप जैसी कालयजी पुस्तकों की रचना की. स्वामी जी ने उस समय जमींदारों के अत्याचार से कराहते छोटे व मध्यवर्गीय किसानों को जमीन्दारों के विरूद्ध किसानों को गोलवंद कर पश्चिम पटना किसान सभा की स्थापना की. समारोह में जय प्रभा, शेषनाथ ओझा, मनोज मार्तंड कवि, बद्री चौबे, राष बिहारी राय, सोनू राय अधिवक्ता, विजय शंकर राय, पंकज राय आदि मौजूद थे.